धरना पर बैठे पेंशनर .
सुपौल : पुनरीक्षित पेंशन निर्धारण सहित अन्य मांगों को लेकर बिहार पेंशनर समाज की सुपौल जिला इकाई द्वारा सोमवार को समाहरणालय द्वारा पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इस मौके पर सेवा निवृत पेंशन कर्मियों ने पेंशनरों की समस्या सहित अन्य कई मांगों को भी जोरदार ढंग से उठाया. पेंशनर समाज के जिलाध्यक्ष मदनेश्वर झा की अध्यक्षता में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सेवा निवृत पेंशन कर्मियों के लिये पुनरीक्षित पेंशन का निर्धारण कर दिया गया है. बावजूद बिहार सरकार द्वारा इसे लागू नहीं किया जा रहा है.
जो सेवा निवृत कर्मियों के साथ अन्याय है. उन्होंने कहा कि देश के लगभग सभी राज्यों में वृद्ध पेंशनरों को भारत सरकार के नियमानुसार पुनरीक्षित पेंशन का निर्धारण कर भुगतान किया जा रहा है. बावजूद बिहार सरकार अब तक चुप बैठी हुई है. जो सूबे में व्याप्त अराजकता का परिचायक है.
पेंशनरों ने सेवा निवृत बुजुर्गों का सम्मान करने की नसीहत दी. कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध में 83 वर्षीय चर्चिल की बुद्धिमता से हिटलर एंटेनी प्रधानमंत्री से पराजित हुए थे. पेंशनरों ने मौके पर राज्य सरकार से नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा भी प्रदान करने की मांग की. साथ ही सप्तम वेतन आयोग की सिफारिशों को भारत सरकार की तरह बिहार में भी लागू करने का अनुरोध किया. इस अवसर पर रामचंद्र सिंह, गुलाब दास, कैलाश बिहार सिंह, शोभा कांत लाल दास, तारकेश्वरी सिंह, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, ब्रह्मदेव यादव, शिव नारायण झा, दया कांत सिंह, केदार झा, अमरेंद्र झा आदि मौजूद थे.