सुपौल : सूबे के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के आगमन को लेकर विधि व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला मुख्यालय में तैनात पुलिस कर्मी के साथ जिला फोरेस्ट ऑफिसर द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत डीएफओ के दुर्व्यवाहर के शिकार बने पीटीसी सिपाही प्रदीप सिंह ने सदर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. जानकारी के अनुसार मंगलवार को शिक्षा मंत्री के आगमन और पद यात्रा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी.
संध्या चार बजे पानी टंकी के पास डीएफओ संजय प्रकाश की वीआइपी लाइट लगी स्कॉर्पियो गाड़ी सड़क के दाहिने तरफ आकर लग गयी और वाहन का चालक एक दुकान में जाकर खरीदारी करने लगा. यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए तैनात पीटीसी सिपाही प्रदीप सिंह की नजर जब डीएफओ के गाड़ी पर गयी तो वह वाहन के समीप जाकर वाहन में बैठे डीएफओ को गाड़ी अनयत्र पार्क करने के लिए कहा. थोड़ी देर बाद जब मंत्री के जिला मुख्यालय पहुंचने की खबर सिपाहियों को मिली तो व्यवस्था दुरूस्त बनाये रखने के लिए प्रदीप सिंह पुन: डीएफओ के पास जाकर मंत्री के आगमन की सूचना देते हुए गाड़ी हटाने का आग्रह किया.
इस पर डीएफओ संजय प्रकाश ने सिपाही का कॉलर पकड़ लिया और धकियाते हुए अपने वाहन के आगे लगे नेम प्लेट दिखाते हुए अपना परिचय दिया और सिपाही के साथ गाली-गलौज करने लगा. इस दौरान सड़क से गुजर रहे राहगीर सिपाही का पक्ष लेते हुए डीएफओ से भिड़ गये. मामला बिगड़ता देख डीएफओ अपने ड्राइवर को बुलाकर घटना स्थल से भाग खड़े हुए. सिपाही के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये. हालांकि बाद में मंत्री के पद यात्रा संपन्न होने के बाद पीड़ित सिपाही ने अपने वरीय पदाधिकारियों से वर्ता कर घटना की जानकारी दी और थाना में लिखित आवेदन दिया. वहीं सिपाही के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर बिहार पुलिस मेंस एसोसिएसन ने भी अपने तेवर तल्ख कर लिया है.