सुपौल : सदर अस्पताल परिसर स्थित जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के मुख्य द्वार पर 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ (इंटक) के आह्वान पर मुख्य अतिथि इंटक के जिलाध्यक्ष अभय तिवारी की उपस्थिति एवं सुपौल जिलाध्यक्ष किशोर देव की अध्यक्षता में एकदिवसीय सांकेतिक हड़ताल व धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
संघ के सदस्यों ने अपनी विभिन्न दस सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि 102 एंबुलेंस कर्मियों से प्रतिदिन 8 घंटे के बदले 12 घंटे का काम लिया जाता है जबकि 8 घण्टे से अधिक कार्य लेने पर ओवरटाइम के हिसाब से अतिरिक्त मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है.
किसी भी संस्थान की गाड़ी खराब रहने पर या एंबुलेंस परिचालन नहीं होने पर भी एंबुलेंस कर्मचारी के परिश्रमिक भुगतान से किसी तरह की कटौती नहीं कि जाए संस्थान की गाड़ी खराब रहने पर या परिचालन नहीं होने पर एंबुलेंस कर्मचारी की जवाबदेहि नहीं होगी . लेकिन उसकी जबाबदेही खुद सेवा प्रदाता की होगी. गत महीने के मासिक मानदेहय का भुगतान 5-10 तारीख तक कराया जाये. श्रम अधिनियम का पालन करते साप्ताहिक अवकाश एवँ दीपावली, छठ, होली, दशहरा, ईद, मुहर्रम तथा अन्य सभी प्रकार की सरकारी छुट्टी देने की सुविधा प्रदान किया जाये. 102 एंबुलेंस कर्मियों को अविलंब नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र दिया जाये . पिछले छह माह से 102 एंबुलेंस कर्मचारियों के मासिक वेतन में से कर्मचारि भविष्य निधि एवं कर्मचारी राज्य बीमा के मध्य में लाखों रुपये की कटौती की गई है.
जिसे अभी तक संबधित कोष में जमा नहीं किया गया है. उक्त कटौती राशि को अविलंब कर्मचारी भविष्य निधि एवं कर्मचारी राज्य बीमा से संबंधित मध्य कोष जमा कराई जाए. पूर्व से कार्य कर रहे एंबुलेंस कर्मचारियों को अभी तक कार्य पर नहीं लिया गया है तथा ऐसे एंबुलेंस कर्मचारियों को अविलंब कार्य पर लगाई जाए . कार्य अवधि में एंबुलेंस दुर्घटना होने पर कर्मचारियों के होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए उनके आश्रितों को दस लाख रुपये के रूप में देने औऱ किसी भी नए एवं पुराने एंबुलेंस कर्मचारियों की छटनी या ट्रांसफर 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के ज़िलाध्यक्ष बिना कारण बताए नहीं कि जाए. इसके अलावा संघ के कर्मचारियों ने चेतावनी देते कहा है जब तक मांगे पूरी नही की जाएगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा. वहीं दूसरी ओर गंभीर महिला मरीजों को अपने निजी वाहन का सहारा लेकर बाहर जाना पड़ा.
साथ हीं हड़ताल से काफी लोगों को परेशानी हुई. कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किये. इस मौके पर धरना पर बैठे प्रदीप कुमार, मिथलेश कुमार राणा, पप्पू कुमार, रवण कुमार, मनोज मिश्र, कारी रजक, मुकेश कुमार सिंह, रौशन कुमार, जयप्रकाश शर्मा, सुधीर कुमार सुमन, राजेश कुमार रंजन, प्रदुमन राय, प्रकाश राय, राघव कुमार, वकील देव साह, भागवत गुप्ता, अनिकेत सिंह, नवीन कुमार, ब्रह्मदेव कुमार, आदित्य कुमार, विरवल मेहता सहित कई चालक मौजूद थे.