डीएम व एसपी ने जारी किया संयुक्त आदेश
घाटों पर गोताखोर व सुरक्षित जल क्षेत्र बनाने का आदेश
असामाजिक तत्वों पर रहेगी पुलिस की पैनी नजर
आपदा व स्वास्थ्य विभाग को किया गया है सतर्क
सुपौल : आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन सजग है. जिला पदाधिकारी बैद्यनाथ यादव व पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार एकले ने महापर्व को लेकर सभी घाटों व तालाबों पर साफ-सफाई के साथ ही सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध करने का निर्देश दिया है. साथ ही घाटों पर गोताखोरों की भी तैनाती की गयी है. सभी घाटों पर सुरक्षा बल के साथ ही दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है. महापर्व के इस अवसर पर अधिकारी द्वय द्वारा संयुक्त आदेश जारी कर कई दिशा-निर्देश दिये है.
जिले में 167 घाटों को चिह्नित कर वहां अधिकारियों व पुलिस बल की तैनाती की गयी है. इसके अलावा विभिन्न चौक-चौराहे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है. संयुक्त आदेश में कहा गया है कि छठ पर्व को लेकर घाटों पर श्रद्धालु व व्रतियों की भीड़ उमड़ती है. इस दौरान नदी व तालाबों में डूबने की आशंका भी बनी रहती है. वहीं अफवाह की वजह से कभी-कभी भगदड़ होने की स्थिति भी बन जाती है.
संयुक्त आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में देश में आतंकवादियों व उपद्रवी तत्वों के द्वारा भी भीड़-भाड़ के स्थानों पर विधि-व्यवस्था भंग किये जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. ऐसी परिस्थिति में छठ पर्व के मौके पर जिला अंतर्गत विभिन्न घाटों पर सतर्कता मूलक कार्रवाई अपेक्षित है. सभी थानाध्यक्षों से विभिन्न घाटों का सत्यापन कराया गया है. सुरक्षा व विधि-व्यवस्था संधारण के लिए सभी थाना व ओपी में पूर्व से सशस्त्र बल पुरुष लाठी-महिला लाठी बल की प्रतिनियुक्त की गयी है.
जिला में नियंत्रण कक्ष की स्थापना
अधिकारी द्वय के संयुक्त आदेशानुसार महापर्व को शांति पूर्ण ढंग से मनाने को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. इसके अलावे पूरी स्थिति पर निगरानी रखने के लिए जिला मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है. छठ पूजा के दौरान कोई भी परेशानी होने पर जिला नियंत्रण कक्ष के संपर्क नंबर 06473-224005 पर कॉल कर सूचना दे सकते हैं. उन्होंने कहा है कि पर्व के मौके पर असामाजिक तत्वों द्वारा अफवाह फैला कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा सकता है.
जिसे देखते हुए सभी एसडीओ, एसडीपीओ व अन्य अधिकारियों को अपने क्षेत्र में सजग व भ्रमणशील रहने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा विद्युत विभाग को बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने, अपर समाहर्ता आपदा को प्रमुख घाटों पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति करने तथा सिविल सर्जन को सभी अस्पतालों में आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था तैयार रखने व अतिरिक्त चिकित्सक व पारा मेडिकल स्टाफ को भ्रमणशील रहने का आदेश दिया गया है.
साथ ही नगर परिषद व नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के छठ घाटों व रास्तों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. अधिकारी द्वय ने सभी बीडीओ व थानाध्यक्षों को अपने क्षेत्र के घाटों का निरीक्षण करने व सुरक्षित जल क्षेत्र में लाल फिता व बैरिकेडिंग लगवाने का आदेश भी दिया है.