14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

प्रभार देने में आनाकानी

मनमानी. विभागीय आदेश का पालन नहीं कर रहे विद्यालय प्रधान प्राथमिक विद्यालय बकौर हाट में पदस्थापित शिक्षक को सामंजन प्रक्रिया के तहत प्राथमिक विद्यालय बकौर बिजलपुर राम टोला में स्थानांतरण िकया गया है लेिकन कई माह बीतने के बाद भी प्रभार हस्तगत नहीं किया गया. सुपौल : शिक्षा व्यवस्था में अपेक्षित सुधार लायी जा सके, […]

मनमानी. विभागीय आदेश का पालन नहीं कर रहे विद्यालय प्रधान

प्राथमिक विद्यालय बकौर हाट में पदस्थापित शिक्षक को सामंजन प्रक्रिया के तहत प्राथमिक विद्यालय बकौर बिजलपुर राम टोला में स्थानांतरण िकया गया है लेिकन कई माह बीतने के बाद भी प्रभार हस्तगत नहीं किया गया.
सुपौल : शिक्षा व्यवस्था में अपेक्षित सुधार लायी जा सके, इसको लेकर कुछ माह पूर्व जिलेभर में उपलब्ध संसाधन के अनुरूप विद्यालयों में शिक्षकों की सामंजन प्रक्रिया पूर्ण कराये जाने का कार्य किया गया. वहीं सदर प्रखंड के बकौर पंचायत में संचालित प्राथमिक विद्यालय बकौर बिजलपुर राम टोला में अजीबोगरीब मामला सामने आया है. मालूम हो कि प्राथमिक विद्यालय बकौर हाट में पदस्थापित शिक्षक दया शंकर मंडल को सामंजन प्रक्रिया के तहत प्राथमिक विद्यालय बकौर बिजलपुर राम टोला में स्थानांतरण किया गया. जहां शिक्षक श्री मंडल ने बीते छह दिसंबर 2016 को उक्त विद्यालय में योगदान दिया.
जहां श्री मंडल उक्त विद्यालय के वरीय शिक्षक रहने के कारण बीइओ कार्यालय द्वारा उन्हें विद्यालय का प्रभार दिये जाने का आदेश जारी किया, लेकिन कई माह बीतने के बाद भी प्रधान शिक्षिका पद पर डटे रंजना कुमारी द्वारा श्री मंडल को प्रभार हस्तगत नहीं किया गया. वहीं प्रधान शिक्षिका व पंचायत सचिव सह पंचायत शिक्षक नियोजन इकाई के सचिव ने मिली भगत कर बीते जून माह में नियम के विरुद्ध श्री मंडल को अन्य विद्यालय में स्थानांतरित किये जाने का आदेश जारी कर दिया. फिलवक्त स्थिति ऐसी है कि वरीय शिक्षक जहां न्याय की गुहार को लेकर पदाधिकारियों के दफ्तर का चक्कर काटने पर विवश हो रहे हैं. वहीं शिक्षिका रंजना कुमारी की मनमानी के कारण विद्यालय व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है.
कार्यालय का चक्कर काट रहे शिक्षक
वरीय शिक्षक ने बताया कि बीते माह से प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा उन्हें शिक्षिकों की उपस्थिति पंजी पर हाजिरी लगाने नहीं दी जा रही है. बताया कि प्रधान शिक्षिका से शिक्षिकोपस्थिति पंजी मांगने पर उनके द्वारा बताया जाता है कि उपस्थिति पंजी आलमारी में बंद है. शिक्षक दया शंकर मंडल इस विद्यालय में पदस्थापित नहीं है, जिस कारण पंजी पर उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं की जायेगी. श्री मंडल ने यह भी बताया कि इस मामले में उन्हें जिला शिक्षा कार्यालय स्थापना के पत्रांक 1485 नि0 दिनांक 10 जुलाई 2017 को प्रखंड शिक्षा कार्यालय के माध्यम से उन्हें विद्यालय का प्रभार दिये जाने का आदेश जारी किया गया है. बताया कि प्रधान शिक्षिका रंजना कुमारी की मनमानी के कारण वे विद्यालय शिक्षा समिति द्वारा सत्यापित शिक्षिकोपस्थिति पंजी पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर विद्यालय का शैक्षणिक कार्य कर रहे हैं. श्री मंडल ने उच्चाधिकारियों से उक्त मामले में पहल करते हुए समुचित कार्रवाई की मांग की है. ताकि बेपटरी विद्यालयी व्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके. इस तरह की शिकायतें सरकारी विद्यालयों में आम बात हो गयी है. कही एमडीएम में गड़बड़ी तो कहीं एमडीएम में कीड़ा मिलना आम बात हो गया है जिससे स्कूलों पर प्रतीकूल असर पड़ रहा है और शिक्षा व्यवस्था चाैपट हो रही है.
प्रधान शिक्षिका के स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने की वजह से दया शंकर मंडल का अन्य विद्यालय में स्थानांतरण किया गया है. इस मामले से वरीय पदाधिकारी को भी अवगत करा दिया गया है.
राजकिशोर प्रसाद, सचिव पंचायत नियोजन इकाई
विद्यालय का स्वयं जायजा लेने के बाद संबंधित मामले से जिला शिक्षा कार्यालय को अवगत करा दिया गया है. साथ ही इस मामले में समुचित मार्गदर्शन दिये जाने की मांग भी किये हैं. विभागीय निर्देशानुसार अविलंब समुचित कार्रवाई की जायेगी.
नरेंद्र झा, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सुपौल

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें