घटना के बाद मुहल्ले के अधिकांश पुरुष फरार
दुकानें बंद रहने से कारोबार हो रहा चौपट
दुकान बंद होने से नहीं मिल पा रहा राशन
सीवान :शहर का वार्ड 31 यानी शेख मुहल्ले की स्थिति गोलीबारी व हत्याकांड के बाद अभी सामान्य नहीं हुई है. आज भी मुहल्लावासी भय व दहशत में जी रहे हैं. आलम यह है कि सारी दुकानें बंद हैं और अधिकांश घरों के पुरुष सदस्य घर छोड़ फरार हैं. इधर कई दिनों से दुकानें बंद रहीं. राशन-केरोसिन समय से नहीं मिलने से मुहल्लावासियों का सब्र जवाब दे गया.
शुक्रवार की दर्जनों की संख्या में मुहल्ले महिलाएं समाहरणालय पहुंचीं. पुरुष व महिलाओं ने डीएम को आवेदन दे मुहल्ले में बर्बरतापूर्ण कार्य कर रहे अपराधियों व शरारती तत्वों पर शिकंजा कसते हुए शांति बहाल करने की मांग की. साथ ही सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. एकजुट होकर समाहरणालय पहुंचीं महिलाओं व पुरुषों का आरोप था कि चुनाव परिणाम के दिन दो पक्षों में मारपीट व गोलीबारी हो गयी. इसमें प्रत्याशी रेशमा खातून के भतीजे सोनू की मौत हो गयी. रेशमा खातून के पक्ष ने विजयी प्रत्याशी पर गोलीबारी करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी. इधर, रेशमा खातून व उनके साथ मौजूद शरारती तत्वों द्वारा उनके पक्ष में वोट नहीं देने को ले हम लोगों के साथ मारपीट की गयी. आये दिन उनके के द्वारा किसी न किसी के साथ मारपीट की जा रही है.
आलम यह है कि इससे तंग व तबाह होकर घर के पुरुष सदस्य घर छोड़ फरार हैं. दुकानदारी व मजदूरी इन लोगों के डर से बंद है. घर पर सिर्फ महिलाएं व बच्चे ही मौजूद हैं. मुहल्ले में मौजूद सभी दुकानें बंद है. उनके द्वारा जन वितरण प्रणाली की दुकान भी नहीं खोलने दी जा रही है, जिससे राशन समय से नहीं मिल पा रहा है. आलम यह है कि राशन नहीं मिलने से परिवार के सामने भुखमरी की समस्या खड़ी हो गयी है. उन सब ने आरोप लगाया कि रेशमा व उनके पक्ष के अरमान उर्फ मामा, नूर आलम उर्फ अडवानी व सैयद माज अरफी उर्फ मिस्टर द्वारा आये दिन धमकाया जा रहा है. इससे सभी मुहल्लावासी सहमे हुए हैं. महिलाओं ने डीएम महेंद्र कुमार को दिये गये आवेदन में मामले की जांच करा दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने व सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. साथ ही पुलिस बल की मौजूदगी में दुकानें भी खुलवायी जाये, ताकि मुहल्ले के लोग अपनी रोजी व रोजगार कर सकें.
आवेदन सौंपने वालों में ये लोग रहे शामिल : डीएम को आवेदन देने वालों में मसाद कुरैशी, मो़ गुड्डू अली, इशहाक कुरैशी, शाम अली, फारूक अली, बाबू अली, नेशार कुरैशी, मो़ अली, इजहार कुरैशी, कलीम अहमद, अंसार अली, लालबाबू, फिरोज कुरैशी, कट्टा कुरैशी, जाहिद अली, इसलाम कुरैशी, फैयाज, टिप्पू, कलाम कुरैशी, सलाउद्दीन कुरैशी, इजहार अली, नईम अली, बिगू कुरैशी, अलाम रजा, कुरबान मियां, ननकू, रफीक, महमूद, परवेज, हैदर अली, तनवरी कुरैशी, रहमत मीता, टाइगर, एहसान, अब्बास अली, टुन्ना कुरैशी, शाह आलम, चांद आलम, गुरफान कुरैशी, गुलाब अली कुरैशी रहे.सहित अन्य मुहल्लावासी उपस्थित रहे.
अब भी शेख मुहल्ले में कैंप कर रही पुलिस
सीवान. नगर थाने के शेख मुहल्ले में निकाय चुनाव परिणाम के दिन हुई गोलीबारी में एक युवक की मौत के तनाव कायम हो गया था. तनाव को देखते हुए घटना के दिन से पुलिस कैंप की हुई है. घटना के बाद दोनों तरफ से एफआइआर दर्ज होने के कारण मुहल्ले के करीब सभी परिवारों के पुरुष घर छोड़ कर फरार हैं. अभी मुहल्ले की अधिकांश दुकानें बंद हैं.
विजयी प्रत्याशी व मृत सोनू के घर पर पुलिस बल तैनात है. इधर, पुलिस हत्याकांड में नामजद अारोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस का मानना है कि हत्याकांड के सभी मुख्य आरोपित गिरफ्तारी के डर से घर छोड़ कर फरार हो गये हैं. फिलहाल, पुलिस पदाधिकारी भी समय-समय में शेख मुहल्ले में जाकर विधि व्यवस्था का आकलन करते हुए दिख रहे हैं. अब भी मुहल्लावासियों के चेहरे पर गोलीबारी व पथराव का दृश्य देखने को मिल रहा है.