कवायद . प्रयोग के तौर पर पहले शहरी क्षेत्र का हुआ चुनाव
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बिजली बिल वसूली में बढ़ोतरी का प्रयास
कवायद . प्रयोग के तौर पर पहले शहरी क्षेत्र का हुआ चुनाव होगी सौ फीसदी मीटर रीडिंग पूर्व में 65 से 70 फीसदी उपभोक्ताओं की ही हो पाती रीडिंग सीवान : बिजली बिल वसूली में तेजी लाने के लिए जहां विभाग के अब तक के सभी प्रयास विफल रहे हैं, वहीं एक बार फिर इसमें […]
होगी सौ फीसदी मीटर रीडिंग
पूर्व में 65 से 70 फीसदी उपभोक्ताओं की ही हो पाती रीडिंग
सीवान : बिजली बिल वसूली में तेजी लाने के लिए जहां विभाग के अब तक के सभी प्रयास विफल रहे हैं, वहीं एक बार फिर इसमें तेजी लाने के लिए विभाग ने एक नयी पहल शुरू की है. प्रयोग के तौर पर शहरी क्षेत्र को चुना गया है. इस बार विभाग ने सौ फीसदी मीटर रीडिंग का लक्ष्य रखा है. इससे पहले 65 से 70 फीसदी उपभोक्ताओं की ही मीटर रीडिंग हो पाती थी. शहरी क्षेत्र में उपभोक्ताओं की संख्या 24 हजार से अधिक है, जहां औसतन प्रतिमाह 2 करोड़ 90 लाख से लेकर 3 करोड़ रुपये की बिजली खपत होती है. मालूम हो कि विभाग के लिए लक्ष्य के अनुरूप बिल की वसूली एक चुनौती रही है. चाहे वह शहरी क्षेत्र हो या फिर ग्रामीण,
दोनों स्थानों के उपभोक्ता बिल जमा करने में कम दिलचस्पी लेते रहे हैं. यही कारण है कि वसूली के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है. इधर, विभाग एक बार फिर इसमें तेजी लाने के लिए नयी पहल शुरू की है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके लिए मई महीने से सौ फीसदी मीटर रीडिंग का लक्ष्य रखा गया है. विभाग ने प्रयोगिक तौर पर शहरी क्षेत्र को चुना है. यहां कुल उपभोक्ताओं की संख्या 24 हजार से अधिक है, जहां औसतन प्रतिमाह दो करोड़ 90 लाख से लेकर तीन करोड़ रुपये के बीच बिजली की खपत होती है. विभाग की बातों पर गौर करें, तो सारी सुविधाएं होने के बाद भी शहरी क्षेत्र का मीटर रीडिंग कभी सौ फीसदी नहीं रही है.
मौजूदा आंकड़ों पर गौर करें, तो यह 65 से 70 फीसदी के आसपास आकर सिमट जाती है. सौ फीसदी मीटर रीडिंग के लक्ष्य को पूरा करने के लिए 17 टीमों को लगाया गया है. ये टीम स्पॉट बिलिंग का भी काम करेंगी. सहायक विद्युत अभियंता शहरी श्रवण कुमार ठाकुर ने बताया कि टीम रीडिंग लेने के साथ ही उपभोक्ताओं को स्पॉट बिल भी प्रदान करेगी. टीम के सदस्य उपभोक्ताओं को यह भी सुझाव देंगे कि समय से बिल जमा करने पर आपको क्या फायदे हो सकते हैं.
14 हजार से अधिक हुई रीडिंग : टीम अब तक 14 हजार 300 से अधिक शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग कर चुकी है. वहीं, उपभोक्ताओं की संख्या 24 हजार से अधिक है. फरवरी में यह रीडिंग जहां 19 हजार 500 रही है, वहीं मार्च महीने में 18 हजार हुई थी. अप्रैल में नया टैरिफ लागू होने के कारण इसमें और गिरावट आयी थी. ऑन स्पॉट बिलिंग व मीटर रीडिंग का काम फीडबैक कंपनी को दिया गया है.
हजार से अधिक उपभोक्ता हैं शहरी क्षेत्र में
विद्युत वसूली में गिरावट का दौर जारी
जिले में कुल उपभोक्ताओं की संख्या दो लाख 57 हजार है, जहां औसतन प्रतिमाह करोड़ रुपये से अधिक की बिजली की खपत होती है. बिल वसूली पर गौर करें, तो अप्रैल में यह 4 करोड़ 83 लाख रुपये रहा है. इसमें शहरी क्षेत्र का हिस्सा एक करोड़ तीन लाख था. खपत दो करोड़ रुपये की थी. मार्च महीने में सरकारी संस्थानों द्वारा पूर्व के बकाये को जमा करने के कारण कुछ इजाफा हुआ था. इस महीने 11 करोड़ 25 लाख की वसूली हुई थी, इसमें शहरी क्षेत्र का हिस्सा 4 करोड़ 30 लाख रुपये था.
उपभोक्ताओं को मिलेगा ऑन स्पॉट बिल
लक्ष्य के अनुरूप बिल की वसूली एक समस्या रही है. इसमें तेजी लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए जहां सौ फीसदी मीटर रीडिंग कराने का काम किया जा रहा है, वहीं उपभोक्ताओं को ऑन स्पॉट बिल भी प्रदान किया जायेगा. इससे पहले 65 से 70 फीसदी रीडिंग होती आयी है. उपभोक्ताओं को समय से बिल नहीं मिलना भी लक्ष्य हासिल करने में बाधक साबित हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या सबसे अधिक है.
अजय कुमार रत्नाकर, विद्युत कार्यपालक अभियंता, सीवान
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