परेशानी. कै, दस्त व डायरिया का बढ़ा प्रकोप, सदर अस्पताल में अफरातफरी
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चकरा में डॉक्टरों की टीम कर रही कैंप
परेशानी. कै, दस्त व डायरिया का बढ़ा प्रकोप, सदर अस्पताल में अफरातफरी सीवान : मौसम के लगातार बदलने से कै, दस्त व डायरिया की बीमारी का प्रकोप महामारी का रूप लेने लगा है. दो दिनों में दर्जन भर मरीज सदर अस्पताल में इससे पीड़ित होकर इलाज के लिए पहुंचे हैं. इनका इलाज चल रहा है. […]
सीवान : मौसम के लगातार बदलने से कै, दस्त व डायरिया की बीमारी का प्रकोप महामारी का रूप लेने लगा है. दो दिनों में दर्जन भर मरीज सदर अस्पताल में इससे पीड़ित होकर इलाज के लिए पहुंचे हैं. इनका इलाज चल रहा है. अस्पताल में डायरिया वार्ड को गोदाम बनाने के बाद लोगों द्वारा शिकायत करने पर इसे खाली करा कर वार्ड तो चालू करा दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी इन सभी मरीजों को पुरुष वार्ड में ही भरती किया गया है, जहां अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के बीच इनका इलाज चल रहा है.
इससे उनके बीच भी यह संक्रमित बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है. भीषण गरमी और तपती धूप के बाद बारिश तथा बारिश के तुरंत बाद भीषण गरमी और तेज धूप होने के कारण कै, दस्त, डायरिया जैसी बीमारियों ने महामारी का रूप ले लिया है. सदर प्रखंड के चकरा गांव स्थित महादलित बस्ती में चार दिनों से लोग डायरिया से पीड़ित हैं.
इनका इलाज सदर पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी की देखरेख में गठित टीम द्वारा किया जा रहा है. साथ ही आधा दर्जन से अधिक लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. लोगों का कहना कि अस्पताल प्रशासन इन मरीजों को डायरिया वार्ड में ही भरती करे, नहीं तो अन्य मरीजों को भी यह बीमारी हो जायेगी. प्रभात खबर भी इसको लेकर खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर चुका है. इसके बाद ही वार्ड को चालू किया गया है.
सदर अस्पताल में की गयी है तैयारी : सिविल सर्जन डा.शिवचंद्र झा बताते हैं कि कै, दस्त व डायरिया के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाओं का भंडारण विभाग के द्वारा किया गया है. सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी, रेफरल अस्पताल व अनुमंडल अस्पताल को निर्देश दिया गया है कि जहां से भी सूचना मिले, तुरंत टीम को गांव में भेजा जाये. साथ ही ओआरएस, स्लाइन सहित अन्य महत्वपूर्ण दवाओं को भी रखने की बात कही गयी है. साथ ही सदर अस्पताल में डायरिया वार्ड को भी चालू कर दिया गया है.
वहीं, जिला पर्षद अध्यक्ष संगीता देवी ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे पीड़ित मरीजों की जहां से भी सूचना मिले, वहां चिकित्सक की टीम भेजी जाये.
सदर अस्पताल में मरीजों की बढ़ी संख्या
क्या है कारण
पेट के कीड़ों या बैक्टिरिया के संक्रमण से
वायरल संक्रमण के कारण
आसपास सफाई ठीक से नहीं होने से
शरीर में पानी की कमी होने से
किसी दवा के रिएक्शन से
पाचन शक्ति कमजोर होने से
कभी-कभी ज्यादा तैराकी करने से भी डायरिया हो सकता है
डायरिया के लक्षण
जल्दी-जल्दी दस्त होना
पेट में तेज दर्द होना
पेट में मरोड़ पड़ना
उल्टी आना
बुखार होना
कमजोरी महसूस होना
क्या बरतें सावधानी
शुद्ध पेयजल का प्रयोग करें व पीने के पानी को ढक कर रखें
स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखें
बासी भोजन नहीं करें
मांसाहारी भोजन नहीं करें
तेल-मसाला वाले भोज्य पदार्थ का सेवन नहीं करें
बाजार में खुली जगहों पर बिकनेवाली वस्तुओं का सेवन नहीं करें
घरों के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें
घरों के आस-पास जलजमाव नहीं होने दें
सादा भोजन करें
खूब पानी पीएं
धूप में निकलने से बचें
दोपहर के समय बाहर निकलते समय सिर पर तौलिया रखें
दूषित जल का सेवन करने से बचें
खान -पान का रखें ख्याल
खाने के पहले व शौच के बाद साबुन से हाथ अच्छी तरह साफ करें
कई मरीजों का सदर अस्पताल में चल रहा है इलाज
सदर अस्पताल स्थित पुरुष वार्ड में दो दिनों से आधा दर्जन से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है. साथ ही गांव में भी मेडिकल टीम द्वारा इलाज चल रहा है, जहां सभी को ओआरएस का घोल दिया जा रहा है. साथ ही स्लाइन भी चढ़ाया जा रहा है. मौसम में बदलाव के कारण धीरे-धीरे यह बीमारी गांव-देहात तक पहुंचने लगा है.
लग रहा है कि आनेवाले दिनों में मरीजों की संख्या में वृद्धी हो सकती है. चकारा महादलित बस्ती के पीड़ित लाल बच्चन राम, राजू कुमार राम, संध्या कुमारी, विद्यावती देवी, श्रवण राम, सुरेश राम, लालसा देवी, ललिता सहित अन्य लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं मंगलवार की देर शाम तक सिविल सर्जन डाॅ शिवचंद्र झा के नेतृत्व में टीम ने गांव के सभी पीड़ित लोगों का इलाज किया था. बुधवार को भी सदर पीएचसी के प्रभारी डाॅ श्याम किशोर के नेतृत्व में टीम कैंप कर रही थी.
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