जिले के 10 स्वास्थ्य केंद्रों का टीम ने लिया जायजा, अधिकतर केंद्रों पर नहीं थे डॉक्टर
जिले की 10 पीएचसी पर दोपहर एक बजे पहुंची प्रभात खबर की टीम
सीवान : स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए बड़ा बजट प्रत्येक वर्ष सरकारी अस्पतालों पर खर्च हो रहा है. इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद सरकारी अस्पतालों के हालात में कारगर सुधार नजर नहीं आ रहा है. इलाज के मुकम्मल इंतजाम के अभाव में हर दिन मरीज झोला छाप चिकित्सकों के यहां जाने को मजबूर हो रहे हैं. वहां गलत इलाज के चलते आये दिन मरीज बेमौत मरने को मजबूर होते हैं. रविवार को प्रभात खबर की टीम ने जिले के ग्रामीण हिस्से में मौजूद स्वास्थ्य केंद्रों का जायजा लिया. इसके हालात विभागीय मनमानी की पोल खोलने के लिए काफी है.
सरकारी अस्पतालों के नहीं सुधर रहे हालात, चिकित्सकों व कर्मियों की दिखी लापरवाही
चिकित्सक की खाली रही कुरसी
चिकित्सक की कुरसी खाली पड़ी थी. रोस्टर में डॉ रवि शंकर सिंह की ड्यूटी थी. चिकित्सक डाॅ श्री सिंह के अनुपस्थित रहने से दर्जनों मरीज इलाज के अभाव में बैरंग वापस लौट गये. पीएचसी परिसर में सुरक्षा गार्ड को छोड़ कर कोई भी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित नहीं था. दूरभाष पर इस बाबत चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभय कुमार ने बताया कि डॉ रवि शंकर सिंह की ड्यूटी थी.अनुपस्थित रहने के संबंध में स्पष्टीकरण की मांग की जायेगी. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एक दिन का वेतन कटेगा.
मरीजों को मिला एएनएम का सहारा
गुठनी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक नदारद थे. यहां अधिकांश प्रसूतायें ही थीं. एएनएम प्रभावती देवी व मीना कुमारी उनका इलाज कर रही थीं. चतुर्थ वर्गीय स्वास्थ्यकर्मी विनोदानंद झा आपातकालीन पंजिका लेकर बैठे थे. ममता चिंता देवी व सुनीता देवी ड्यूटी कक्ष में मौजूद थीं. गुठनी प्राथमिक केंद्र नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन में चल रहा है.
यहां के प्रभारी चिकित्साधिकारी कौशल किशोर भी मैरवा में पदस्थापित रहते हुए अतिरिक्त प्रभार में है.
अगर रविवार को इमरजेंसी डयूटी से चिकित्सक गायब है, तो जांच करा कर उन पर कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए सभी पीएचसी के प्रभारी से इस संबंध में जानकारी लिया जा रहा है.उसके बाद विभागीय कार्रवाई होगी.
डाॅ एमके आलम , प्रभारी सिविल सर्जन, सीवान
अस्पताल से चिकित्सक नदारद थे. एएनएम कुरसी पर बैठ कर स्वेटर की बुनाई कर रही थी. दवा वितरण रूम में ताला लटका था. सफाई नहीं होने से अस्पताल से उठ रही बदबू के चलते यहां खड़ा होना मुश्किल हो रहा था. चिकित्सक की कुरसी खाली होने के सवाल पर एएनएम ने कहा कि डाॅ मोहम्मद आफताब की ड्यूटी है, जो अपने सरकारी आवास में हैं.