अधिकांश सामान्य हालत की सड़कों पर जर्जर हैं पुलिया
सीवान : जिले की सड़कों पर सुगम सफर में जर्जर पुलिये लगातार बाधक साबित हो रही हैं. इनका जीर्णोद्धार नहीं होने से आये दिन हादसे का भय सताता रहता है. इसके बाद भी इसमें सुधार की उम्मीद नजर नहीं आ रही है.
तकरीबन तीन वर्ष पूर्व किये गये विभागीय आकलन के मुताबिक 37 पुलियों के जर्जर होने से आवागमन प्रभावित हो रहा है. इसमें गोरयाकोठी प्रखंड के सिसई गांव की सीमा पर, महाराजगंज प्रखंड के अफराद मुख्य मार्ग पर, नौतन प्रखंड के रामगढ़, सदर प्रखंड में सीवान-मैरवा मार्ग पर श्यामपुर समेत अन्य पुलिया शामिल हैं. इसके जर्जर होने से चारपहिया वाहन से गुजरने में लोगों को परेशानी हो रही है. इस रास्ते दोपहिया वाहन व पैदल यात्री ही इन रास्तों से गुजर पाते हैं.
इसको लेकर सर्वे के अनुसार 37 पुलियों के निर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर रिपोर्ट शासन के यहां पड़ी रही है. इसके बाद अचानक नवंबर के प्रथम सप्ताह में 3 करोड़ 57 लाख रुपये आवंटित भी कर दिये गये. इन पुलियों का मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के तहत कार्य होना था. लेकिन, एक झटके में भी प्रस्ताव पर सरकार ने रोक लगा दी. इसके मुताबिक अब मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना को ही बंद कर दिया गया है. ऐसे में अब इन पुलियों का निर्माण अचानक अधर में आ गया है. इसके चलते लोगों को सुगम सफर के लिए अब लंबे समय तक इंतजार करना पड़ सकता है.
सड़क के साथ ही अब बन पायेगी पुलिया : सरकार के बदले हुए मानक के अनुसार सड़कों के साथ ही इन छोटी पुलियों का निर्माण हो सकेगा. इसके निर्माण की एजेंसी डूडा व जिला परिषद होगी. इस एजेंसी को ही सड़क व पुलियों का एक साथ निर्माण करना होगा. हाल यह है कि अधिकांश पुलिया उन सड़कों पर ही हैं, जो सड़कें सामान्य हैं. ऐसे में हालात तो यह बता रहे हैं कि जर्जर सड़क होने पर ही पुलिया का भी प्रस्ताव स्वीकृत हो सकेगा. ऐसे में जर्जर पुलियों के निर्माण के लिए इंतजार करना होगा.
निर्माण का प्रस्ताव है लंबित
मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना बंद हो जाने से छोटे पुलियों का निर्माण का प्रस्ताव लंबित है. एक ही कार्यदायी संस्था द्वारा ही अब सड़क व पुलियों का एक साथ निर्माण कराया जायेगा. ऐसे में प्रस्तावित पुलियों का निर्माण सड़क के साथ ही कराये जाने के विषय पर विचार किया जा रहा है.
कन्हैया राम
जिला योजना पदाधिकारी, सीवान