सीवान : राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के 10 सितंबर को जमानत मिलने के बाद भागलपुर जेल से रिहा होने के बाद से ही जहां राजनीतिक माहौल गरम है. अब दिल्ली के प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण द्वारा शहाबुद्दीन की रिहाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की हामी भरने के बाद चंदा बाबू एक बार फिर न्याय के लिए लड़ने को तैयार हैं. चंदा बाबू ने मीडिया से कहा है कि जब तक वह जिंदा रहेंगे न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे.
इधर, सुप्रीम कोर्ट के कई वकील तथा उनके प्रतिनिधियों ने राजीव रोशन के पिता चंदकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू से मुलाकात कर वकालतनामा पर हस्ताक्षर करने की अपील की. बुधवार की देर शाम प्रशांत भूषण के वकील प्रतिनिधि सहित एमएल शर्मा जैसे कई वकीलों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की है. बतौर चंदा बाबू, आधा दर्जन के करीब वकील प्रतिनिधियों ने वकालतनामा पर हस्ताक्षर करने की अपनी मांग रखी. इधर, चंदा बाबू ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रशांत भूषण को ही बेटों की मौत का केस सौंपूंगा. उन्होंने कहा कि प्रशांत भूषण जी की तरफ से लगातार फोन कॉल आ रहे हैं. चंदा बाबू ने कहा कि कागजात तैयार होने पर केस सौंप दूंगा. आगे र्इश्वर की महिमा.