बड़हरिया : सरकार के मद्य निषेध कानून के लागू होने का व्यपाक असर देखा जा रहा है. जितने भी शराब व शराबियों के अड्डे थे, उन अाठों पर शराब से ठीक उलटी गतिविधियों शुरू हो चुकी हैं. इस कड़ी में सोमवार को बड़हरिया बाजार के जामो रोड स्थित रामनाथ चौधरी के मकान में दिन भर शिवचर्चा के तहत सत्संग चलता रहा. अलबत्ता 31 मार्च के पूर्व यह शराबियों के अड्डे के रूप में जाना जाता था. इसी तरह प्रखंड के पुरैना बाजार पर चलनेवाली भट्ठी में रविवार को विद्यालय खोला गया. जहां कल तक पियकड़ों का अड्डा था, आज ही शैक्षणिक परिवेश हो गया है.
जहां लोग दारू की बोतल लेने के लिए लोग आया करते थे, आज वहां लोग अपने बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए आते हैं. वहीं, प्रखंड मुख्यालय के रामनाथ पासी के मकान में कल तक लोग शराब पीते थे व नशे में अनाप-शनाप बकते थे, आज वहां व्यास मजिस्टर सिंह की भजन मंडली भगवान शंकर का भजन करती नजर आयी.
यूं कहें कि कल तक लोग जहां शराब के नशे में लोग झूमते व भटकते थे, आज उसी जगह पर लोग भक्ति सागर में गोते लगाते नजर आये. इस प्रकार शराबबंदी अभियान सामाजिक परिर्वतन व आध्यात्मिक चेतना का मजबूत हथियार साबित होने लगी है. शराब के नशे में धुत रहनेवाले अब भक्ति मार्ग की ओर अग्रसर होने लगे. साथ ही लोग शराब के धंधे की जगह वैकल्पिक रोजगार की तलाश में जुट गये हैं.