कनकनी से जीवन अस्त-व्यस्त
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ठंड का कहर. विभाग का अनुमान, अगले एक सप्ताह तक ऐसे ही बरकरार रहेगा मौसम
कनकनी से जीवन अस्त-व्यस्त लगातार तीन दिनों से सूरज के दर्शन नहीं हाेने से बढ़ी कनकनी तापमान पहुंचा नौ डिग्री नीचे सीवान : मौसम विभाग के मुताबिक जिले का न्यूनतम तापमान गिर कर नौ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं आद्रता का प्रतिशत 62 तक पहुंच गया है. ऐसे में बढ़ी गलन अब लोगों […]
लगातार तीन दिनों से सूरज के दर्शन नहीं हाेने से बढ़ी कनकनी
तापमान पहुंचा नौ डिग्री नीचे
सीवान : मौसम विभाग के मुताबिक जिले का न्यूनतम तापमान गिर कर नौ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं आद्रता का प्रतिशत 62 तक पहुंच गया है. ऐसे में बढ़ी गलन अब लोगों की जान पर भारी पड़ने लगी है.अधिकतर वक्त लोग मौसम की मार से बचने के लिए अपने घरों में ही कैद रह रहे हैं.आवश्यक कार्यवश ही आमतौर पर लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर वीरानी छायी हुई है.
अगले एक सप्ताह तक बरकरार रहेगी ठंड : मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक ठंड का कहर जारी रहने की उम्मीद है. आमतौर पर न्यूनतम तापमान आठ से नौ डिग्री तक रहने की उम्मीद है. 24 व 26 जनवरी को आसमान में बादल छाये रहने व हल्की बारिश की भी आशंका है. इससे लोगों को जल्द ठंड से राहत मिलने के आसार कम हैं.
अनुमानित तापमान
दिनांक अधिकतम न्यूनतम
21 जनवरी 18 09
22 जनवरी 21 08
23 जनवरी 21 08
24 जनवरी 22 09
25 जनवरी 22 09
26 जनवरी 22 09
27 जनवरी 23 10
रैनबसेरा भी नहीं आ रहा जरूरतमंदों के काम : ठंड में असहायों को राहत देने के लिए बना रैन बसेरा भी मौजूदा समय में काम नहीं आ रहा है. नगर क्षेत्र में मौजूद तीन रैन बसेराें में से सभी का एक जैसा हाल है. ललित बस स्टैंड में बना रैन बसेरे में अवैध कब्जा है. यहां जरूरतमंदों को रहने के इंतजाम के बजाय अवैध रूप से दुकानें खुल चुकी हैं.
उधर, बस स्टैंड के बगल में तथा गोपालगंज मोड़ के समीप मौजूद रैन बसेरे में भी कोई इंतजाम न होने से इन असहायों को खुले आसमान में रात-दिन गुजारने पड़ रहे हैं.
गरम कपड़ों का बाजार हुआ तेज : मौसम की करवट लेते ही गरम कपड़ों के बाजार में अचानक रौनक लौट आयी है. इधर, ऊनी कपड़ों के व्यवसायी शुरुआत में मौसम को देख निराश थे. पर अचानक दो दिनों से रुक-रुक कर हुई बारिश व तीसरे दिन भी गलन बरकरार रहने से अचानक गरम कपड़ों की मांग बढ़ गयी है.
फसलों के लिए है वरदान : दो दिनों तक हुई रुक-रुक का बारिश रबी फसल के लिए वरदान साबित हुई है. गेहूं की फसल के लिए सिंचाई की जरूरत को बारिश ने पूरा कर दिया है. गन्ना की फसल के लिए बारिश लाभदायक साबित हुई है. इसके अलावा खैनी व फलों में आम व लीची के लिए भी बारिश लाभकारी है. विशेषज्ञों की मानें, तो तोरी व आलू के लिए मौसम नुकसानदायक हो सकता है. ऐसे मौसम में तोरी में लाही व आलू में झुलसा रोग लगने का खतरा रहता है.
मौसम की मार जान पर पड़ रही भारी
मौसम की मार लोगों की जान पर भारी पड़ने लगी है. ठंड से बच्चे व बुजुर्ग परेशान हो रहे हैं. हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज, फाजिल समेत अन्य बीमारियों का खतरा सबसे अधिक है. वायरल इंफेक्शन मौसम में बढ़ गया है.
कोल्ड डायरिया, निमोनिया, सर्दी-खांसी, पेट का संक्रमण और सांस की बीमारी आमतौर पर इस मौसम में बढ़ जाती है. चिकित्सक डाॅ महंत मिश्र कहते हैं कि सर्दी के मौसम में बच्चों व बूढ़ों का विशेष ख्याल रखना चाहिए. बदन पर अधिक गरम कपड़े व जरूरत पड़ने पर ही ऐसे लोग घर से बाहर निकले. खानपान में तैलीय व मशालेदार युक्त भोजन से विशेष परहेज करें.
अलाव का नहीं दिख रहा इंतजाम
शासन की तरफ से जिले को अलाव जलाने के लिए बजट जारी कर देने की भले ही बात कही जा रही है,पर कड़ाके की ठंड में भी इसका इंतजाम नजर नहीं आ रहा है. शहर के प्रमुख चौराहों से लेकर कसबों व ग्रामीण बाजार के इलाकों में अलाव का इंतजाम न होने से लोग हर दिन व्यक्तिगत इंतजाम कर राहत के उपाय में जुटे हुए हैं.
टायर व अन्य कबाड़ जला कर अलाव की जरूरत पूरा करने में लोग लगे हैं. इस संकट में गरम कपड़ों से असमर्थ परिवारों को सबसे अधिक परेशान होना पड़ रहा है.
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