दरौंदा़ : पूर्वोत्तर रेलवे के सीवान-छपरा रेलखंड स्थित कमसड़ा गांव के समीप गुरुवार को मानव रहित फाटक को बंद को लेकर बलुहीं एवं कमसड़ा गांव के ग्रामीण आक्रोशित हो गये और रेलवे के खिलाफ प्रदर्शन किया़ ग्रामीण धनुलाल प्रसाद, शत्रुघ्न शर्मा, जगदीश सिंह, रामपुकार महतो, श्रद्धा साह, राजेंद्र सिंह, रामाशंकर सिंह, रामनाथ सिंह, बिजली महतो, स्वामिनाथ सिंह, दशरथ महतो, पुन्यदेव महतो, दिलीप साह, कलावती देवी, रमावती देवी, लीलावती देवी, सोना देवी आदि ने बताया कि ब्रिटिश काल से बलुहीं एवं कमसड़ा गांव के बीच आवागमन चला आ रहा है़
अब रेलवे मानव रहित फाटक को बंद कर आवागमन को रोकना चाह रही है, जिसे हम बरदाश्त नहीं करेंगें. ग्रामीणों ने बताया कि बलुहीं गांव के सैकड़ों बच्चे मानव रहित फाटक पार कर मध्य विद्यालय कमसड़ा में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं. ग्रामीणों ने रेलवे से यहां रेलवे ढाला लगाने की मांग की है, ताकि बलुहीं व कमसड़ा गांव के बीच आवागमन चालू रहे़