सीवान : करीब एक दशक पूर्व बना सीवान जंकशन के सरकुलेटिंग एरिया का पेड एंड सूज शौचालय काफी जर्जर हो चुका है. विभाग के अधिकारी सीएमएस कई बार निरीक्षण के दौरान इस शौचालय का जीर्णोद्धार कराने के लिए कमर्शियल विभाग को कह चुके हैं, लेकिन कमर्शियल विभाग कान में तेल डाल कर सोया है.
भारतीय रेल ने स्वच्छता आंदोलन को प्रमुखता से लिया है. इसके बावजूद शौचालयों के जीर्णोद्धार की अनदेखी करना समझ में नहीं आ रहा है. ऐसी बात नहीं है कि रेल पेड एंड यूज शौचालय को यात्रियों के लिए मुफ्त सेवा में रखा है. रेल यात्रियों को इस जर्जर शौचालय में रेल द्वारा निधारित दो रुपये की जगह 10 रुपए देकर शौचालय का प्रयोग करते हैं. सबसे आश्चर्य की बात है कि इस शौचालय के ठेकेदार का अनुबंध दो साल पहले ही समाप्त हो चुका है.
रेल अधिकारी पुराने ठेकेदार को ही दो-दो माह के अनुबंध का रिनिवल कर चलवा रहे हैं.मंडल द्वारा इस शौचालय का जीर्णोद्धार कर नये सिरे से अनुबंध नहीं किया जा रहा है. मालूम हो कि सीवान जंकशन से प्रतिदिन करीब 20 हजार से अधिक यात्री यात्रा करते हैं. इन यात्रियों के लिए तीन सीट वाले पेड एंड यूज शौचालय की व्यवस्था की है.मजबूरी में यात्री किसी तरह इसका प्रयोग करते हैं.