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नारायण महाविद्यालय में एक जुलाई से शुरू होगा नामांकन
960 सीटों पर होना है नामांकन, 14 विषयों में होती है स्नातक की पढ़ाई सीवान : जिले के सुदूर उत्तर दिशा में स्थित गोरेयाकोठी प्रखंड के नारायण महाविद्यालय में स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया 15 जून से शुरू होगी. यहां 760 सीटों पर नामांकन होना है, जहां 14 विषयों में स्नातक की पढ़ाई होती हैं. […]
960 सीटों पर होना है नामांकन, 14 विषयों में होती है स्नातक की पढ़ाई
सीवान : जिले के सुदूर उत्तर दिशा में स्थित गोरेयाकोठी प्रखंड के नारायण महाविद्यालय में स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया 15 जून से शुरू होगी. यहां 760 सीटों पर नामांकन होना है, जहां 14 विषयों में स्नातक की पढ़ाई होती हैं.
इस महाविद्यालय में भी अन्य महाविद्यालयों की तरह शिक्षकों का घोर अभाव है. नामांकन प्रक्रिया के तहत 15 जून से छात्रों को आवेदन फॉर्म मिलना शुरू हो जायेगा. 30 जून तक अभ्यर्थी आवेदन फॉर्म जमा कर सकेंगे. वहीं नामांकन प्रक्रिया एक जुलाई से शुरू होगी, जो सात जुलाई तक चलेगी. यहां शिक्षकों के स्वीकृत पद 35 हैं, लेकिन वर्तमान में यहां सिर्फ सात ही शिक्षक कार्यरत हैं. इस महाविद्यालय में 14 विषयों में ही स्नातक की पढ़ाई होती है, जिसमें गणित, रसायन शास्त्र, बॉटनी, जूलॉजी, भौतिक विज्ञान, इतिहास,राजनीति शास्त्र, अंगरेजी, हिंदी, दर्शनशास्त्र,साइकोलॉजी,उर्दू, भूगोल व अर्थशास्त्र विषय शामिल हैं.
महाविद्यालय का कमजोर पक्ष : महाविद्यालय के 30 किलो मीटर के दायरे में कोई दूसरा कॉलेज नहीं है. बावजूद इसके यहां शिक्षकों की व्यवस्था विश्व विद्यालय स्तर से नहीं की जा सकी हैं. इसका खामियाजा स्थानीय छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है. इसमें भी सबसे ज्यादा नुकसान महिलाओं को ही हो रहा हैं. एक तरफ जहां सरकार महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित कर रही है, वहीं दूसरी ओर उनकी शिक्षा की आधारभूत संरचना पर ध्यान नहीं दे रही है. सरकार द्वारा अपने ही दावे व प्रयासों का गला घोटा जा रहा है. महाविद्यालय में भूगोल विषय के शिक्षक केवल एक होने व स्कोरिंग विषय होने के कारण नामांकन के समय छात्रों को चने चबाने पड़ते हैं. पुस्तकालय की अव्वल दज्रे की व्यवस्था होने के बावजूद यहां लाइब्रेरियन नहीं हैं, जिससे पढ़नेवाले छात्रों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.
विषयवार सीटों की संख्या : 960 सीटों में गणित में 64, रसायन शास्त्र में 64, बॉटनी में 64, जूलॉजी में 32, भौतिक विज्ञान में 64, इतिहास में 96, राजनीति विज्ञान 96, अंगरेजी में 64, हिंदी में 32, दर्शनशास्त्र में 32,साइकोलॉजी में 96, अर्थशास्त्र में 96 व भूगोल में 96 सीटें शामिल हैं. यहां संस्कृत, वाणिज्य, गृह विज्ञान व संगीत विषय की पढ़ाई नहीं होती है.
इन विषयों के नहीं है शिक्षक : महाविद्यालय में शिक्षकों के स्वीकृत 35 पद हैं. वर्तमान समय में यहां सिर्फ सात ही शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें जूलोजी, बॉटनी, हिंदी, इतिहास, अर्थशास्त्र व भूगोल के एक-एक शिक्षक शामिल हैं. इनके अतिरिक्त गणित के भी दो शिक्षक शामिल हैं. शेष विषयों के शिक्षक नहीं हैं. इन विषयों में जो छात्र नामांकन ले भी लेते हैं उनकी निर्भरता या तो गेस पेपर या फिर कोचिंग तक सीमित हो कर रह जाती है.
क्या कहते हैं प्राचार्य
स्नातक में नामांकन के लिए 15 जून से फॉर्म मिलना शुरू हो जायेगा. नामांकन की प्रक्रिया को हर हाल में सात जुलाई तक पूरा कर लेना है. जहां तक शिक्षकों की कमी का प्रश्न है, विश्व विद्यालय स्तर से लेकर सरकार तक को इसका विवरण उपलब्ध कराया जा चुका है.
डॉ प्रमेंद्र रंजन, प्राचार्य, नारायण महाविद्यालय, गोरेयाकोठी
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