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जिले में अब तक नहीं हो सकी एक छटांक धान की खरीद

सीवान : 25 नवंबर से ही धान की खरीदारी की जानी थी, परंतु दो हफ्ते बाद भी क्रय केंद्रों पर अब तक एक छटांक धान की खरीदारी नहीं हो पायी है, जो विभागीय कार्यकलाप पर सवालिया निशान खड़ा करता है. साथ ही धान क्रय को लेकर भी कई आशंकाएं जतायी जा रही हैं. किसान अपना […]

सीवान : 25 नवंबर से ही धान की खरीदारी की जानी थी, परंतु दो हफ्ते बाद भी क्रय केंद्रों पर अब तक एक छटांक धान की खरीदारी नहीं हो पायी है, जो विभागीय कार्यकलाप पर सवालिया निशान खड़ा करता है. साथ ही धान क्रय को लेकर भी कई आशंकाएं जतायी जा रही हैं. किसान अपना धान बेचने के लिए इधर- उधर चक्कर लगा रहे हैं, ऐसे में बिचौलिये भी सक्रिय हो गये हैं.
वहीं अपनी आवश्यकता के कारण किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को विवश हैं. जिले में 293 पैक्स और 19 व्यापार मंडल केंद्रों पर धान क्रय का कार्य होना है. सहकारिता विभाग को 68.8 हजार मीटरिक टन धान क्रय का लक्ष्य मिला है. यह कार्य 15 अप्रैल तक चलेगा. परंतु अब तक एक छटांक धान की खरीदारी इन केंद्रों पर नहीं हो सकी है.
धान क्रय को लेकर चला था बैठकों का दौर
विगत दिनों सहकारिता विभाग द्वारा धान क्रय को गति देने के लिए कई बैठकों का दौर चला था और इस संबंध में तेजी से कार्रवाई का निर्देश देते हुए सभी पैक्स व व्यापार मंडल केंद्रों पर पांच दिसंबर से धान क्रय का कार्य शुरू करने का आदेश मिला था, परंतु लगभग एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी क्रय केंद्रों धान खरीदगी का कार्य शुरू नहीं हो सका है.
क्या है निर्धारित दर
विभाग द्वारा धान का समर्थन मूल्य 1360 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है और राज्य सरकार द्वारा प्रति क्विंटल तीन सौ रुपये अतिरिक्त राशि भी दी जा रही है. साथ ही इस बार किसानों के खाते में सीधे क्रय राशि भेजी जानी है. धान के क्रय मूल्य में बढ़ोतरी और राशि हस्तांतरण की नयी व्यवस्था से किसानों में खुशी थी, परंतु धान की खरीदारी शुरू नहीं होने से किसानों की खुशियां गायब हो गयी हैं.
जनवितरण प्रणाली पर भी पड़ेगा प्रभाव
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के निर्णयानुसार अब पैक्स आदि से धान की खरीदारी होगी. एसएफसी खरीदेगी और अपने निर्धारित राइस मिल में उसकी कुटाई करा कर चावल तैयार करेगी. इसी चावल की जन वितरण प्रणाली में खाद्यान्न योजना के तहत सप्लाइ की जायेगी. कुल मिला कर जिले में तैयार खाद्यान्न उपकेंद्रों तक पहुंचाना है. मगर धान खरीदारी की यही स्थिति रही, तो जनवितरण प्रणाली पर भी प्रभाव पड़ेगा.
मौसम भी दे रहा दगा
धान क्रय में विलंब के संबंध में सहकारिता विभाग का कहना है कि मौसम की बेरुखी से यह बाधित हो रहा है. निर्धारित नियमानुसार क्रय केंद्रों पर अधिकतम 17 प्रतिशत नमी वाले धान की ही खरीदारी की जानी है, परंतु कुहासे एवं ठंड के कारण नमी 25 प्रतिशत से अधिक देखी जा रही है. इस कारण पैक्स केंद्रों पर धान क्रय का कार्य शुरू नहीं हो सका है.
क्या है पैक्स केंद्र खुलने का समय
पैक्स केंद्र सुबह 10 बजे से पांच बजे तक खोलने का नियम है. पैक्स अध्यक्ष के अधीन ही पैक्स केंद्र का संचालन होता है. इस कारण किसानों की भीड़ को देखते हुए निर्धारित समय के पहले या बाद तक केंद्र खोला जा सकता है.
पैक्स केंद्रों पर होना चाहिए नमी मापक यंत्र
क्रय किये जानेवाले धान की खरीदगी में नमी जांच के लिए नमी जांच यंत्र होना चाहिए, ताकि पैक्स केंद्र को भी सहूलियत हो और किसान के साथ न्याय हो सके. डीसीओ ने बताया कि सभी पैक्स पर नमी मापक यंत्र उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है.
वजन में कटौती का है नियम
किसानों से खरीदे जाने वाले खाद्यान्न के वजन का भी नियम निर्धारित है.
शुद्ध धान या गेहूं आदि में कोई कटौती नहीं करनी है.
खखड़ी के लिए तीन प्रतिशत, कंकड़ के लिए एक प्रतिशत व अन्य के लिए अधिकतम एक प्रतिशत की कटौती की जा सकती है.
निर्धारित 17 प्रतिशत नमी से अधिक खाद्यान्न का क्रय नहीं करना है और नमी के नाम पर कोई कटौती नहीं की जा सकती.
क्या कहते हैं डीसीओ
जिले के सभी 293 पंचायतों एवं 19 व्यापार मंडल केंद्रों पर धान क्रय की सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. मौसम में सुधार होते ही खरीदारी शुरू कर दी जायेगी. वर्तमान में नमी अधिक है और 17 प्रतिशत से अधिक नमी के धान की खरीदारी नहीं करनी है. इस कारण केंद्रों पर धान क्रय का काम बाधित है. धान क्रय कार्य 15 अप्रैल तक करना है. लक्ष्य अवश्य पूरा कर लिया जायेगा.
शशिभूषण कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी (सीवान)

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