सीवान : प्राप्त आवदेनों पर विचार नहीं करना और प्राथमिकी दर्ज न कर मामले को रफा-दफा कर देना पुलिस के लिए आम बात हो गयी है. जिले के धनौती ओपी थाना क्षेत्र के लुहसीखुर्द गांव में इसी प्रकार का एक मामला प्रकाश में आया है.
बताते हैं कि लुहसीखुर्द गांव निवासी मोहन यादव के पुत्र सिपाही यादव द्वारा चोरी के एक मामले में स्थानीय थाने को आवेदन दिये करीब नौ दिन हो चुके हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले रही है. सिपाही यादव का आरोप है कि स्थानीय पुलिस विरोधियों से मिली है, इसलिए चोरी के मामले में दिये गये आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही है.
आवेदनकर्ता ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिल कर इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है. उल्लेखनीय है कि सिपाही यादव ने गत पांच जून को धनौती ओपी को आवेदन देकर गांव के ही अर्जुन यादव, टुनटुन यादव, रामअशीष यादव, बच्च यादव व शंकर यादव आदि के खिलाफ घर में सेंधमारी कर 60 हजार रुपये के स्वर्णाभूषण के अतिरिक्त विदेश जाने के लिए रखे नकद 30 हजार रुपये व अन्य सामान की चोरी कर लेने का आरोप लगाया था और इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने की मांग की थी.
बताते हैं कि आवेदन को दिये करीब नौ दिन बीत चुके हैं लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है और प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की गयी है. उधर आवेदन में नामजद किये गये व्यक्तियों द्वारा आवेदक को विविध प्रकार की धमकी मिल रही है. इस संबंध में जब धनौती थानाप्रभारी से संपर्क किया गया तो उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो सका.