सीवान : मंडलकारा में गठित विशेष अदालत में शहाबुद्दीन से जुड़े नौ मामलों में आंशिक सुनवाई की गयी. प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के अदालत में विश्वनाथ यादव पर जानलेवा हमला के मामले में आंशिक सुनवाई की गयी. यह मामला 24 जून 2009 की है. मुफस्सिल थाना के गोपालापुर चौक पर स्थित आजाद मेडिकल हॉल पर बैठे थे कि बाइक पर सवार अपराधियों ने जान मारने की नियत से पिस्टल चला दिया. जिससे गोली पीठ और सिने में लगी.
इस मामले में मो शहाबुद्दीन, त्रिलोकी नाथ पांडे, रामबालक कमकर, गुड्डू मियां और मुमताज मियां को आरोपित किया गया था. दूसरा मामला राजीव रोशन की हत्या से जुड़ा है. इस मामले में अभियोजन द्वारा साक्षी प्रस्तुत नहीं किया गया. तीसरा मामला प्रतापपुर गोली कांड से जुड़ा है. यह मामला 16 मार्च 2002 की है. एसीजेएम तीन मनोज कुमार श्रीवास्तव के न्यायालय में छह मामले लंबित है. इस मौके पर अभियोजन के ओर से विशेष सहायक अभियोजक रघुवर सिंह, रामराज सिंह तथा बचाव पक्ष की ओर से मो. मोबीन मियां, उतीम मियां उपस्थित रहे.
सीवान. नौतन थाना क्षेत्र के खाप मिश्रौली गांव निवासी रामानंद यादव ने एसपी नवीन चंद्र झा को एक आवेदन देकर अपने जानमाल की गुहार लगायी है. आवेदन में पीड़ित रामानंद ने कहा है कि मेरी पुत्री धर्मशीला देवी की शादी सात वर्ष पूर्व हुसैनगंज थाना क्षेत्र के देईपुर गांव निवासी राजेश यादव के साथ हुई थी. शादी के बाद से ही मेरी पुत्री को दहेज में जेवरात, 30 हजार रुपये की मांग को लेकर बराबर प्रताड़ित करने के साथ मारपीट करते थे. इसकी खबर मेरी पुत्री दर्जनों पर हमलोगों को दे चुकी थी. इसी क्रम में मेरी पुत्री धर्मशीला की 13 मार्च को उसके सास, ससुर, ननद ने मिलकर गला घोट कर हत्या कर दी.
इसके बाद शव को लेकर जलाने चले गये. इधर इसकी सूचना मिलते ही हमलोग मौके पर पहुंच कर पुलिस को सूचना दिये तो पुत्री के परिवार वाले लाश को छोड़ कर फरार हो गये. जहां पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मेरे बयान पर प्राथमिकी दर्ज किया. उसी समय से सभी अभियुक्त मेरे फोन पर केश उठाने की धमकी दे रहे है. यही नहीं मेरे नाती मुन्ना यादव पांच वर्ष को भी गायब कर दिये है.
इसको लेकर हुसैनगंज पुलिस से दर्जनों बार कहने के बाद भी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है. मुझे भय व्याप्त है कि पुलिस भी अभियुक्तों से मिली हुई है. जो मेरे जान का खतरा बना हुआ है. अभियुक्त कब मुझे अपना निशाना बना दे. इन्हीं सब बातों को लेकर एसपी को आवेदन देकर गिरफ्तारी और अपने जानमाल की गुहार लगायी है.