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आवास की बाट जोह रहे हैं 15355 गरीब

सीवान : गरीबों को अपने आवास का सपना अभी साकार होता नहीं दिख रहा. इसके निर्माण का कार्य काफी धीमा है. आंकड़ाें पर गौर करें, तो पिछले तीन वर्ष में इसकी उपलब्धि करीब 25 प्रतिशत ही रही है. जिले में पिछले तीन वित्तीय वर्ष में 20 हजार 358 आवास की स्वीकृति मिली है. इसके विरुद्ध […]

सीवान : गरीबों को अपने आवास का सपना अभी साकार होता नहीं दिख रहा. इसके निर्माण का कार्य काफी धीमा है. आंकड़ाें पर गौर करें, तो पिछले तीन वर्ष में इसकी उपलब्धि करीब 25 प्रतिशत ही रही है. जिले में पिछले तीन वित्तीय वर्ष में 20 हजार 358 आवास की स्वीकृति मिली है. इसके विरुद्ध 5003 आवासों का निर्माण ही पूर्ण हो सका है.

कुल 15 हजार, 355 लोग स्वीकृति के बाद भी अपने आवास का बांट जोह रहे हैं. आवास की यह स्थिति विभाग की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़ी कर रही है. ऐसी स्थिति में ऐसा लगता है कि गरीबों को अपने आवास की स्वीकृति के बावजूद अभी बरसात, गर्मी व सर्दी में खुले आकाश के नीचे अपना जीवन गुजारना होगा.

प्रबंध पर्षद की बैठक में उठा था आवास निर्माण की मुद्दा
प्रबंध पर्षद की बैठक में उठा था आवास निर्माण की मुद्दा: जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के प्रबंध पर्षद की बैठक 20 सितंबर को हुई थी. इसमें आवास निर्माण का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा था. आवास निर्माण की धीमी स्थिति है. जिले में मात्र 25 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा किया जा सका है. इस मुद्दे को सदस्यों ने उठाया था. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने मामले में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि गरीबों के आवास निर्माण की गति काफी धीमी है, जो उचित नहीं है. इसमें तेजी लाकर इसे शीघ्र पूरा करने की जरूरत है. इस संबंध में डीडीसी राजकुमार से शीघ्र कार्रवाई करने को कहा.
क्या कहते हैं अधिकारी
आवास योजना के तहत स्वीकृत आवासों के शीघ्र निर्माण के लिए विभाग जुटा हुआ है. इस संबंध में सभी बीडीओ को निर्देश दिया गया है. तकनीकी कारणों से कुछ विलंब हुआ है.
राजकुमार, डीडीसी, सीवान
आवास निर्माण में बड़हरिया सबसे फीसड्डी, तो नौतन सबसे आगे
आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2014-15 में आठ हजार 452 आवासों की स्वीकृति मिली थी. इसमें तीन हजार 552 का निर्माण पूर्ण हो सका. वहीं, 2015-16 में सात हजार 932 आवास बनना था. लेकिन, 1451 का निर्माण ही पूरा हो सका. सबसे बुरी हालत, तो वित्तीय वर्ष 2016-17 की है. वहां तीन हजार 974 स्वीकृत आवास के विरुद्ध एक का निर्माण भी पूर्ण नहीं हो सका है. अपूर्ण आवासों का आंकड़ा देखें, तो इस मामले में जिले में सबसे फिसड्डी बड़हरिया प्रखंड है,
जहां 2380 स्वीकृत आवास में मात्र 127 आवासों का निर्माण तीन वर्षों में हुआ है. आवास निर्माण के मामले में सबसे अव्वल नौतन प्रखंड है, जहां तीन वर्षों में स्वीकृत 563 आवास में 321 का निर्माण हुआ है. वित्तीय वर्ष 2016-17 में तो स्वीकृत आवास का निर्माण किसी भी प्रखंड में नहीं हो सका है. नौतन में भी इस मद में 106 स्वीकृत हैं. इस प्रखंड में वर्ष 2014-15 व 15-16 में स्वीकृत 457 के विरुद्ध 321 आवास का निर्माण पूरा हो चुका है.
आवासों की स्थिति पर एक नजर
प्रखंड का नाम कुल स्वीकृत कुल पूर्ण
आंदर 1202 374
बड़हरिया 2380 127
बसंतपुर 665 259
भगवानपुर हाट 1156 214
दरौली 1334 471
दरौंदा 1088 114
गोरेयाकोठी 1186 213
गुठनी 1037 214
हसनपुरा 0620 144
हुसैनगंज 1065 416
जीरादेई 1164 292
लकड़ीनबीगंज 1052 179
महाराजगंज 1203 268
मैरवा 0754 193
नौतन 0563 321
पचरुखी 1017 305
रघुनाथपुर 1019 274
सिसवन 0971 345
सीवान सदर 0882 280

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