मैरवा : थाना क्षेत्र के तितरा बाजार के समीप नबाबगंज गांव में बीती रात एक सिरफिरे भतीजे ने सोये अपने चाचा का गला काट कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद सिरफिरा भतीजा आठ किमी पैदल चल कर मैरवा थाने पहुंचा. इसके बाद अपने चाचा की हत्या की बात कहते हुए आत्मसमर्पण कर दिया. थाना क्षेत्र के नबाबगंज गांव निवासी अजीत कुमार शुरू से ही सिरफिरे दिमाग का था. उसकी आदतों से आजिज आ उसके पिता रामसागर राम जो पहले ही अपने भाई नथुनी से अलग रहते थे.
उन्होंने अपने दो बेटों को छोड़कर 15 वर्ष पहले ही दुनिया को अलविदा कह दिया. अजीत जब छोटा था, तभी से ही उसका स्वभाव अजीबो-गरीब था. उसकी आदतों से आजिज आकर उसका बड़ा भाई अमित अपनी पत्नी व बच्चे को लेकर बाहर कमाने चला गया. अजीत भी खेती-मजदूरी करता था. वह कहीं भी खा लेता था और अपनी ही धुन में रहता था. पूरी तरह फ्री रहने के चलते अजीत को कई गलत अवगुण भी आ गया था. इसे देख कर नथुनी राम ने सोचा कि यदि इसकी शादी कर दी जाये, तो इसके पांव बंध जायेंगे और जिम्मेवारियां निभाने लगेगा.