डुमरा. पीएम श्री योजना के तहत जिले के सभी प्रखंडों व शहरी क्षेत्रों के दो-दो स्कूलों का चयन होना है. जिसमे नयी शिक्षा नीति 2020 की अवधारणा के अनुरूप उच्च गुणवत्ता की शिक्षा को समानता, न्यायसंगत एवं आनंदमय वातावरण में प्रदान की जाएगी. साथ ही बच्चों को उनकी दक्षता के अनुरूप चाइल्ड पैडागॉजी आधारित पाठ्यक्रम से शिक्षण कार्य संचालित किया जायेगा. इसके लिए डीइओ ने सभी बीइओ व एचएम को पत्र भेजकर बताया है कि इस योजना के तहत जिले के प्रत्येक प्रखंड व शहरी क्षेत्र से दो विद्यालयों का चयन किया जाना है. जिसमें एक प्राथमिक व प्रारंभिक तो एक माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय शामिल होंगे. पीएम श्री योजना के लिए 15 मई तक ऑनलाइन चैलेंज पोर्टल पर आवेदन किया जाना है. यु-डायस पर उपलब्ध आंकड़ा ही पात्रता का आधार होगा. इच्छुक स्कूल के एचएम को आवेदन करने से पूर्व यह सुनिश्चित होना होगा कि स्कूल में भवन निर्माण के लिए भू-खंड उपलब्ध हो एवं स्कूल भौतिक रूप से आदर्श स्थिति में हो. इसको लेकर डीईओ ने सभी एचएम को निर्देशित किया है कि आवेदन करने वाले स्कूल के एचएम को रजिस्टर्ड मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से लिंक प्राप्त होगा. उक्त लिंक पर स्कूल के यु-डायस कोड को अंकित करते हुए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से लॉगिन किया जायेगा, फिर लॉगिन के तहत पूछे गए विभिन्न प्रकार के सवाल का जवाब हां या नहीं में चिन्हित किया जाना है. क्या होगा ””पीएम श्री”” स्कूल की विशेषताएं • चयनित स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रदर्शित कर स्कूल की शिक्षा को उत्कृष्ट बनाया जायेगा • इस योजना के तहत चयनित स्कूलों को आदर्श बनाकर सभी बच्चों का देखभाल व सिखने का एक विस्तृत श्रृंखला पेशकश की जाएगी • स्कूलों में भौतिक बुनियादी ढांचें को मजबूत कर आवश्यक संसाधनों से लैश किया जायेगा • सभी बच्चों को बुनियादी स्तर से लेकर कक्षा 12 तक समान व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उपयुक्त सुविधा प्रणालियाँ स्थापित की जाएगी • स्कूलों में नवीनतम तकनीकों से लैश सुसज्जित लेबोरेट्री बनायीं जाएगी क्या है योजना का उद्देश्य : पीएम श्री योजना का पूरा नाम ””प्राइम मिनिस्टर स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया”” है. इसका मुख्य उद्देश्य चयनित स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित पाठ्यक्रम के अनुरूप बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने व उनके शिक्षा पद्धति को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ना है. साथ ही 21वीं सदी के कौशल की जरूरतों के अनुरूप समग्र एवं पूर्ण विकसित नागरिकों का निर्माण करना भी है.
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