शीतलहर के मद्देनजर डीएम ने स्कूलों को बंद करने का दिया आदेश
Advertisement
14 तक बंद रहेंगे जिले के सभी स्कूल
शीतलहर के मद्देनजर डीएम ने स्कूलों को बंद करने का दिया आदेश प्राथमिक, मध्य व उर्दू स्कूल रहेंगे बंद पहली से आठवीं कक्षा तक के वर्ग संचालन पर रोक डुमरा : जिले में लगातार बढ़ रहे शीतलहर के मद्देनजर जिले के उर्दू, प्राथमिक व मध्य विद्यालय आगामी 14 दिसंबर तक बंद रहेंगे. वहीं उच्च व […]
प्राथमिक, मध्य व उर्दू स्कूल रहेंगे बंद पहली से आठवीं कक्षा तक के वर्ग संचालन पर रोक
डुमरा : जिले में लगातार बढ़ रहे शीतलहर के मद्देनजर जिले के उर्दू, प्राथमिक व मध्य विद्यालय आगामी 14 दिसंबर तक बंद रहेंगे. वहीं उच्च व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आठवीं कक्षा तक के वर्ग संचालन पर रोक रहेगी. यह आदेश डीएम राजीव रौशन ने रविवार को जारी किया है. डीएम का यह आदेश निजी स्कूलों पर भी लागू होगा. इसकी जानकारी डीपीओ प्रेमचंद्र ने दी है. डीपीओ ने बताया है कि जिले में बढ़ते ठंड के मद्देनजर पहले नौ व दस दिसंबर को पांचवी कक्षा तक के वर्ग संचालन पर रोक लगाई गई थी. लेकिन ठंड के मद्देनजर 12 दिसंबर तक स्कूलों में वर्ग संचालन पर रोक लगा दी गई. लेकिन शीतलहर का कहर लगातार बढ1ता जा रहा है, ऐसे में डीएम के निर्देश पर पहली से आठवी कक्षा तक के तमाम सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों को 14 दिसंबर तक बंद कर दिया गया है.
सीतामढ़ी : सर्द हवा व हाड़ कंपा देने वाली ठंढ़ से शहर समेत जिले के आम जनजीवन पर बुरा प्रभाव पड़ा है. पिछले पांच दिनों से लगातार पड़ रही कड़ाके की ठंढ़ की ठिठुरन ने लोगों को घर से निकलना मुश्किल कर दिया है. सड़कों पर यातायात भी काफी प्रभावित देखा जा रहा है. शहर की व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की बात करें तो नोटबंदी के चलते शहर की दुकानों का व्यवसाय पूर्व से ही प्रभावित थी. पिछले कई दिनों से चल रही सर्द हवा व आफत बरपाने वाली ठंढ़ ने दुकानदारों को और भी प्रभावित कर दिया है. दुकानदारों की मानें तो ठंढ़ के चलते शहर का व्यापार आधे से भी कम रह गया है, क्योंकि ठंढ़ के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग खरीदारी करने शहर नहीं आ पा रहे हैं. इसके अलावा पड़ोसी देश नेपाल से भी प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग खरीदारी करने आते थे, लेकिन जानलेवा बन चुकी ठंढ़ के चलते नेपाल से भी लोगों का आना बंद हो गया है.
चिकित्सा व्यवस्था बाधित : शहर के चिकित्सा व्यवस्था पर भी ठंढ़ का असर देखा जा रहा है. आम तौर काफी भीड़ रहने वाले दर्जनों निजी चिकित्सालयों में इन दिनों वीरानगी छायी हुई है. चिकित्सक व कर्मी मरीजों का इंतजार करते देखे जा रहे हैं, लेकिन मरीज नदारद है. चिकित्सकों का मानना है ठंढ़ के चलते लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं. इलाज के लिए भी लोग धूप निकलने का इंतजार कर रहे हैं. सदर अस्पताल का भी यही हाल रहा. खचाखच भरे रहने वाले सदर अस्पताल में एक तरह से वीरानगी छायी हुई है.
बस पड़ावों पर छायी वीरानगी : यात्रियों की भीढ़ से खचाखच भरा रहने वाले रेलवे स्टेशन, सरकारी बस स्टैंड, पुरानी बस स्टैंड व नगर परिषद के चकमहिला बस स्टैंड पर भी आम दिनों की तरह यात्रियों की भीड़ काफी कम देखी गयी. एक तरह से इन सभी जगहों पर भी विरानगी छा गयी है. रिक्शा चालकों में भी सुस्ती दिख रही है. रिक्शा चालक ठंढ़ के कारण यत्र-तत्र रिक्श लगाकर चादर से लिपटे रिक्शे पर ही ठंढ़ से बचते देखे जा रहे हैं.
छह बजे ही गिरने लगीं दुकानों की शटर : सुबह 9 बजे से देर शाम तक खुलने वाला बाजार सुबह देर से खुल रही है और शाम को जल्दी बंद हो रही है. उपर से ग्राहक नदारद हैं. दुकानदारों की मानें, तो अन्य साल सर्दी का मौसम आते ही दुकानों पर खरीदारी को भीड़ उमड़ती थी, लेकिन इस बार एक तो नोटबंदी और उपर से हाड़ कंपा देने वाली ठंढ़ ने व्यवसाय को चौपट कर दिया है. शाम छह बजे प्रभात खबर की टीम ने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों का जायजा लिया. कारगिल चौक से लेकर मेहसौल चौक, गांधी चौक, महंत साह चौक व किरण चौक समेत अन्य कई चौराहों पर देखा गया कि कम से कम 9 बजे बंद होने वाली दुकानों के शटर शाम छह बजे ही गिर रहे थे. कई दुकानें बंद हो चुकी थी और कई दुकानों के शटर गिराये जा रहे थे. यानी समय से दो से तीन घंटे पूर्व ही शहर की दुकानें बंद कर दी जा रही है. शाम छह बजे के बाद शहर के इक्के-दुक्के व्यावसायिक प्रतिष्ठानें ही खुली रह रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement