सीतामढ़ी : सुख-समृद्धि व खुशी का त्योहार दिवाली समीप है. इसकी तैयारी चरम पर है. घर की रंगाई-पुताई अंतिम दौर में है. व्यवसायी वर्ग अपने दुकानों सजाना कर तैयार कर चुके हैं. अपने बजट के हिसाब से लोग गहने व कपड़े की खरीदारी कर रहे हैं. इन सभी बातों से बेफिक्र बच्चे में दीवाली को लेकर गजब का उत्साह देखा जा रहा है. इस त्योहार को बच्चे किस प्रकार मनायेंगे, यह जानने के लिए प्रभात खबर की टीम मंगलवार को जिला मुख्यालय, डुमरा स्थित भारती उच्चांगल विद्यालय पहुंची. बच्चों ने एक स्वर से इकोफ्रेंडली दिवाली मनाने का संकल्प लिया. सुनिये वहां के बच्चों की जुबानी :-
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छात्र असहाय व वंचित बच्चों के बीच बाटेंगे मिठाइयां
सीतामढ़ी : सुख-समृद्धि व खुशी का त्योहार दिवाली समीप है. इसकी तैयारी चरम पर है. घर की रंगाई-पुताई अंतिम दौर में है. व्यवसायी वर्ग अपने दुकानों सजाना कर तैयार कर चुके हैं. अपने बजट के हिसाब से लोग गहने व कपड़े की खरीदारी कर रहे हैं. इन सभी बातों से बेफिक्र बच्चे में दीवाली को […]
भारतीय उच्चांगल विद्यालय के बच्चों ने इको फ्रेंडली दिवाली मनाने का लिया संकल्प
मनीषा कुमारी वर्ग सात : दीवाली खुशी व समृद्धि का त्योहार है. इस दिन हमें भगवान गणेश व देवी लक्ष्मी की पूजा अवश्य करनी चाहिए. साथ ही पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से दीपक में केरोसिन के बदले सरसों व तिल के तेल का उपयोग करना चाहिए. देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर के मुख्य दरवाजा के सामने आकर्षक रंगोली बनाना चाहिए और दोस्तों व पड़ोसियों में मिठाई बांट कर खुशी मनाना चाहिए. वे इस बार इसी प्रकार दिवाली मनायेगी.
प्रिया कुमारी वर्ग सात : कहती हैं कि दिवाली सुख-शांति व समृद्धि के साथ-साथ साफ-सफाई का त्योहार है. इसके आगमन के पूर्व वे अपने घर व आसपास की सफाई में अपने माता-पिता को सहयोग करेगी. अपने पड़ोसियों को घर के साथ ही आसपास की सफाई के लिए प्रेरित करेगी. पटाखे नहीं फोड़ेगी और गरीब तबके के बच्चों में मिठाइयां बांट कर खुशी मनायेगी.
कोमल कुमारी वर्ग सात : दिवाली खुशी का त्योहार है. इस दिन खास कर बच्चे अनावश्यक पटाखे फोड़ कर पर्यावरण को और अधिक प्रदूषित करते हैं. वे सलाह देगी कि पटाखों में खर्च होने वाले पैसे से घर की कोई सामग्री खरीदें. मां का सलाह देगी कि केरोसिन के बदले एलइडी बल्ब, सरसों तेल व घी का प्रयोग करें और पर्यावरण की सुरक्षा के दृष्टिकोण से पौधारोपण करें.
शिवानी कुमारी वर्ग सात : बताती है कि दिवाली धन की देवी लक्ष्मी व भगवान गणेश की पूजा करने का दिन है. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है. अनावश्यक पटाखे फोड़ कर वातावरण को प्रदूषित करने के साथ ही अन्य लोगों को कष्ट पहुंचाया जाता है. कभी-कभी तो बड़ी दुर्घटना भी हो जाती है. इन सबों से बचने के लिए वे अपने आस-पड़ोस के बच्चों से अपील करेगी कि वे पटाखे न फोड़े. घर के आगे रंगोली बनाये व मिठाइयां बांटे.
निक्की कुमारी वर्ग सात : कहती है कि वह अपने मम्मी-पापा को सलाह देगी कि दीवाली में पटाखे नहीं खरीद कर बच्चों के लिये नये कपड़े ही खरीदें. घर के साथ-साथ आसपास की सफाई करायें और दिवाली के दिन गरीबों को स्वादिष्ट भोजन करायें ताकि उसे भी त्योहार का महत्व समझ में आये.
सूरज कुमार वर्ग आठ : दीवाली के दिन घर व आसपास की सफाई के साथ ही आकर्षक रंगोली सजायेगी. घर के अन्य बच्चों को पटाखा नहीं फोड़ने की सलाह देगी और बच्चों में मिठाइयां बांट कर खुशी मनायेगी.
राहुल कुमार वर्ग आठ : घर के आसपास के साथ ही सार्वजनिक स्थलों की सफाई करेंगे. समाज के लोगों को पटाखे न फोड़ने, केरोसिन का उपयोग न करने व गरीबों की मदद करने की सलाह देंगे.
संकेत कुमार वर्ग आठ : दिवाली में घर के सजाने के लिए दीपक में केरोसिन के बादल सरसों तेल, घी, बल्ब व कैंडल का उपयोग करेंगे. साथ ही पटाखें नहीं फोड़ेंगे ताकि पर्यावरण सुरक्षित रह सके.
दीपक कुमार वर्ग सात : इको फ्रेंडली दिवाली मना कर लोगों को खुशी प्रदान करेंगे. पटाखा फोड़ने से वायु, ध्वनि व पृथ्वी प्रदूषित होता है जो हम सबों के लिए घातक है. ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे प्रकृति व मानव को ठेस पहुंचे.
विकास कुमार : दिवाली के दिन पटाखा छोड़ने, केरोसिन का उपयोग करने व जुआ खेलने की प्रथा से समाज को कई प्रकार की हानि होती है. इससे खुद को बचाते हुए अन्य लोगों को भी इससे बचने की सलाह देंगे ताकि स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज का निर्माण हो सके.
सबसे पहले दीया शहीदों के नाम : विद्यालय के सचिव व शिक्षक राजीव वर्मा .
कहते हैं दिवाली त्योहार पर सबसे पहली दीया शहीदों के नाम जलाया जाना चाहिए जो बिना अपनी जान की परवाह किये बिना हमारी रक्षा करते हैं. यही कारण है कि आज हम चैन की नींद सो पाते हैं और पर्व व त्योहार मनाते है. वे बच्चों से अपील करेंगे कि दिवाली में पर्यावरण की रक्षा को ध्यान में रखते हुए कोई ऐसा काम न करें, जिससे वातावरण प्रदूषित होता है. इस त्योहार के मौके पर हमें सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय का संकल्प लेना चाहिए.
चाइनीज सामग्री का करें बहिष्कार : वरीय शिक्षक सुनील कुमार मिश्रा . कहा कि दिवाली खुशियों का त्योहार है और इस अवसर पर हम जो चाइनिज सामान खरीदते हैं वह काफी खतरनाक है. हमें चाइनिज सामग्री के बहिष्कार का संकल्प लेना चाहिए. साथ ही पर्यावरण की रक्षा को ध्यान में रहते हुए बच्चे को आतिशबाजी से बचना चाहिए और पौधारोपण करना चाहिए. वे बच्चों से अपील करेंगे कि इस बार दिवाली के दिन कम से कम एक पौधा जरूरी लगायें.
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