विधवा पेंशन मामले में पंचायत सचिव पर गाज गिरना तय सुप्पी प्रखंड की घरवाड़ा पंचायत का है मामलाजांच को अायी टीम ने डीएम से की कार्रवाई की अनुशंसा सीतामढ़ी. कोई महिला सुहागन हो यानी उसके पति जीवित हो और वह विधवा पेंशन का लाभ उठा रही हो तो कोई भी यह जान कर कुछ समय के लिए चौंक जायेगा, पर उस महिला पर इसका कोई असर नहीं है कि वह सुहागन होते हुए विधवा पेंशन का लाभ ले रही हैं. यह मामला हाल में चर्चा में आये सुप्पी प्रखंड की घरवाड़ा पंचायत की है. मामले में पंचायत सचिव पुर्णेंदू नारायण सिंह पर गाज गिरना तय है. वैसे भी सड़क निर्माण में सरकारी राशि की लूट में वे बुरी तरह फंस चुके हैं. उनसे सरकार राशि की वसूली होनी है और उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. सचिव की अनुशंसा पर पेंशन बताया जाता है कि घरवाड़ा पंचायत के नरकटिया गांव के अवधेश प्रसाद सिंह की पत्नी मुंद्रिका देवी ने लक्ष्मी बाई विधवा पेंशन के लिए आवेदन की थी. उसका बीपीएल क्रमांक 31352 व प्राप्तांक सात है. खास बात यह कि पंचायत सचिव रहे पुर्णेंदू नारायण सिंह ने टेबल पर ही मुंद्रिका देवी के आवेदन पर पेंशन देने की अनुशंसा कर दी थी. सचिव ने बीडीओ से अनुशंसा की थी कि आवेदिका बीपीएल में हैं और उसकी उम्र 50 वर्ष है. इन्हें पेंशन का लाभ दिया जा सकता है. एसडीओ भी नहीं किये जांच सुप्पी बीडीओ द्वारा सचिव की अनुशंसा पर मुंद्रिका देवी के आवेदन को सदर एसडीओ के पास भेज दिया गया. एसडीओ भी बिना किसी जांच के पेंशन भुगतान की स्वीकृति दे दिये थे. इस तरह वर्ष 2011 से मुंद्रिका देवी को विधवा पेंशन मिलना शुरू हो गया. सरकारी कागजात में पति स्वर्गीय सदर एसडीओ के स्तर से स्वीकृत पेंशनधारियों की सूची में तीसरे नंबर पर मुंद्रिका देवी का नाम है. नाम के आगे विधवा लिखा हुआ है. वहीं पति के रूप में स्व अवधेश प्रसाद सिंह के नाम का उल्लेख है. सचिव की अनुशंसा में मुंद्रिका देवी की उम्र 50 वर्ष तो एसडीओ की स्वीकृति वाली सूची में उम्र 60 वर्ष लिखा हुआ है. कुछ ही माह में उम्र में 10 वर्ष का अंतर कैसे हो गया, यह भी जांच का एक विषय है. ऐसे हुआ मामले का खुलासा घरवाड़ा की पंचायत समिति सदस्य नीतू राणा ने ग्रामीण विकास विभाग से पंचायत में कराये गये कार्यों व पेंशन की बाबत शिकायत की थी. पटना से आयी दो सदस्यीय जांच टीम ने पाया कि मुंद्रिका देवी के पति अवधेश प्रसाद सिंह जिंदा हैं. मुद्रिका देवी को विधवा पेंशन मिलना गलत है. टीम की रिपोर्ट को विभाग ने डीएम के पास भेज कार्रवाई की अनुशंसा की है. बॉक्स में :-उम्र 40, उठा रहे वृद्धावस्था पेंशन उसी पंचायत के नगीना पंडित हैं. उनकी उम्र 40-45 बतायी गयी है, लेकिन वे वृद्धावस्था पेंशन का लाभ उठा रहे हैं. पटना से आयी टीम ने जांच में अवैध पेंशन भुगतान का खुलासा किया है. यह जान कर हैरानी होगी कि नगीना पंडित की उम्र वर्ष 2011 में 66 वर्ष आंकी गयी थी. यह पंचायत सचिव पुर्णेंदू नारायण सिंह ने ही आंका था और पेंशन के भुगतान की अनुशंसा की थी. पंचायत समिति सदस्य नीतू राणा ने नगीना पंडित के पेंशन पर आपत्ति दर्ज करायी थी. जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि नगीना की उम्र 40-45 होगी. उसे पेंशन देना उचित नहीं है.
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विधवा पेंशन मामले में पंचायत सचिव पर गाज गिरना तय
विधवा पेंशन मामले में पंचायत सचिव पर गाज गिरना तय सुप्पी प्रखंड की घरवाड़ा पंचायत का है मामलाजांच को अायी टीम ने डीएम से की कार्रवाई की अनुशंसा सीतामढ़ी. कोई महिला सुहागन हो यानी उसके पति जीवित हो और वह विधवा पेंशन का लाभ उठा रही हो तो कोई भी यह जान कर कुछ समय […]
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