सीतामढ़ी : शराब व कबाब के साथ शानदार जिंदगी जीने की चाहत मे पेशे से ऑटो मोबाइल इंजीनियर राहुल अपराध के रास्ता पर चल दिया. इसी वर्ष वैवाहिक जीवन में बंधा राहुल अपने पत्नी को भी सभी सुख-सुविधा देना चाह रहा था. इसी चाहत में वह आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर अपराधी राकेश सिंह के संपर्क में आया. राकेश एक पेशेवर अपराधी है. जो जिले के मोस्ट वांटेड अपराधी केशव सिंह गिरोह से जुड़ा हुआ है.
राहुल ने अपराधी की पहली घटना पेट्रोल पंप के कर्मी संजय राय से 12 लाख के लूट की घटना को एक पेशेवर अपराधी की तरह अंजाम देने में भी सफल रहा, लेकिन यह उसकी बदकिस्मती थी कि उसने अपराध की पहली घटना जिले के चुनिंदा थानाध्यक्षों में शामिल छोटन कुमार के इलाका में कर डाली. थानाध्यक्ष ने इस घटना को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया और एएसपी अभियान संजीव कुमार के अनुभव का लाभ उठा कर 72 घंटा के अंदर गिरोह की शिनाख्त करते हुए राहुल समेत पांच अपराधियों को धर दबोचा. — राकेश के बाद केशव से हुई दोस्तीराहुल ने बताया है कि उसने पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रशांत ऑटो मोबाइल मुजफ्फरपुर में मैकेनिक की नौकरी कर ली. उसके पिता की मौत 1996 में हो गयी थी.
उसके पिता पथ निर्माण विभाग में कार्यरत थे. सर्विस के दौरान मौत होने के कारण उनके जगह पर मां नौकरी करने लगी. इसी वर्ष 2015 में उसकी शादी हुीई थे. वैवाहिक जीवनयापन के कारण पैसों की जरूरत बढ़ गयी थी.
इसी क्रम में पड़ोसी नंदे सिंह ने उसे राकेश से परिचय कराया. धीरे-धीरे राकेश से उसकी गहरी दोस्ती हो गयी. होटल में जाकर शराब पीना व खाना-पीना होने लगा. इसी बीच राकेश के माध्यम से उसकी दोस्ती केशव सिंह, मुकेश सिंह, मनीष बिहारी सिंह, चंदन सिंह, विक्की सिंह, अरविंद सिंह,
अजीत कुमार सिंह व लक्ष्मण सहनी समेत अन्य से जान-पहचान हुई. — अमित ने मारी थी संजय को गोली राहुल ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि मैनेजर संजय राय से 12 लाख की लूट की घटना को अंजाम देने वक्त गोली अमित ने चलायी थी. राहुल ने बताया है कि लूट की घटना को अंजाम देने के लिए वे लोग कई दिनों से मंडरा रहे थे, लेकिन मौका नहीं मिल रहा था.
लाइनर के रूप में काम कर रहे पेट्रोल पंप पर नोजल मैन के रूप में कार्य कर रहे पुरूषोत्तम ने बताया कि शनिवार व रविवार को बैंक बंद होने के कारण सोमवार को बैंक में राशि जमा करने संजय जायेगा. तब घटना को अंजाम देने के लिए एक मोटरसाइकिल पर विक्की व अमित व दूसरी मोटरसाइकिल पर राहुल व राकेश बैठा था.
जगदीशपुर पुल के सामने सुनसान जगह देख कर अमित ने संजय को गोली मार कर लूट की घटना को अंजाम दिया. लूट की मोटरसाइकिल को रसलपुर में छोड़ कर वे लोग रून्नीसैदपुर पहुंच गये. — एक आरोपित विक्की फरारलूट की घटना में संलिप्त विक्की नामक अपराधी को पुलिस गिरफ्तार करने के लिए अब हर संभव मदद कर रही है.
विक्की, जिले के मेजरगंज थाना अंतर्गत नरकटिया गांव का निवासी है. इधर, लुटेरों की गिरफ्तारी से जिला पुलिस ने राहत की सांस ली है. कारण है कि संजय को सफलता पूर्वक लूट लेने के बाद गिरोह के सदस्य उत्साहित होकर लूट की दूसरी घटना को अंजाम देने वाले थे. इसके लिए व्यापारी को भी चिह्नित भी कर लिया गया था.