सुरसंड : थाना क्षेत्र के मेघपुर गांव में हुई डकैती की घटना में मां की दुआ व त्याग से ही पुत्र चंदन चौधरी की जान बच गयी. एक पुत्र के लिए मां का मोह कितना होता है, यह सामने आ गया. मामला यह है कि जब डकैत रामनरेश चौधरी के घर लूटपाट करने पहुंचे, तो डकैतों ने सबसे पहले चंदन चौधरी को अपने कब्जे में ले लिया.
चंदन के सिर में पिस्तौल सटा दिया और उससे वह जगह पूछने लगा. जहां जेवर व पैसा रखा हुआ है. यह देख मां प्रेम चौधरी रोने लगी. उसे लगा कि डकैत उसके पुत्र चंदन को गोली मार देंगे. मां प्रेम चौधरी ने डकैतों से कहा कि उसके पुत्र को नहीं मारे. वह सारा सामान दे देगी.
यह कहने के साथ ही प्रेम चौधरी ने अपने एक कान की बाली डकैतों को दे दी. दूसरे कान की बाली निकाल ही रही थी कि ग्रामीणों के भय से बम विस्फोट करते हुए डकैत फरार हो गये. निशाने पर थे ध्रुव चौधरीडकैतों के निशाने पर मेघपुर के ध्रुव चौधरी थे. यह बात अलग रही कि वे लुटने से बच गये.
ग्रामीणों का कहना है कि उनके सतर्क हो जाने व बिजली के चले आने से डकैत खौफ में आ गये और पकड़े जाने के भय से ध्रुव चौधरी के घर डकैती नहीं कर पाये और भाग गये. ललित चौधरी के घर डाका डालने के बाद डकैत बाहर आये, तो उनकी नजर ग्रामीण गुलाब चौधरी पर गयी. श्री चौधरी को पिस्तौल सटा दिया और ध्रुव चौधरी का घर बताने को कहा.
इसी बीच गांव में बिजली चली आयी. शायद इसी कारण डकैत ध्रुव चौधरी को छोड़ महेश्वर चौधरी के घर लूटपाट करने चले गये. बता दे कि ध्रुव चौधरी चिमनी के मालिक होने के साथ-साथ भिठ्ठा में खाद-बीज का कारोबार करते है. दहशत में ध्रुव चौधरी का परिवारघटनास्थल का जायजा लेने के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला ने बताया कि चौधरी का पूरा परिवार दहशत में है.
बताया कि वे डीएम से बात किये है. डीएम द्वारा कहा गया है कि यदि चौधरी के परिवार के कोई सदस्य शस्त्र के लाइसेंस के लिए आवेदन करते हैं, तो वे शीघ्र लाइसेंस देंगे. सहकारिता बैंक के अध्यक्ष पंकज कुमार, निर्दलीय प्रत्याशी रहे अमित कुमार के भाई रामू चौधरी, निर्दलीय प्रत्याशी रहे मुखिया पप्पू चौधरी, अमरेंद्र मिश्र, नागेश्वर ठाकुर, लालू प्रसाद यादव व राकेश मिश्र ने भी घटनास्थल का जायजा लिया.
डकैतों का गंजी व चप्पल बरामदघटनास्थल का जायजा लेने के बाद पुपरी एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि डकैतों की संख्या 20 से 30 थी. डकैतों का गंजी व चप्पल बरामद हुआ है. भागने के रास्ते से यह पता चलता है कि डकैत नेपाल के होंगे. प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. श्वान दस्ता को बुला कर डकैतों का सुराग लगाया जायेगा. एसडीपीओ श्री कुमार की माने तो इस डकैती में लाइनर की भूमिका स्थानीय लोग अदा किये होंगे.