21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गन्ना मूल्य के भुगतान को सार्थक पहल हो

गन्ना मूल्य के भुगतान को सार्थक पहल हो फोटो नंबर- 36 बैठक में सीएमडी ओपी धानुका सीतामढ़ी. पूरे देश में कृषकों व चीनी उद्योग का सामंजस्य न होने के कारण दोनों आर्थिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं. रीगा चीनी मिल के सीएमडी ओपी धानुका ने शुक्रवार को मिल में पहुंचे किसानों से चीनी उद्योग […]

गन्ना मूल्य के भुगतान को सार्थक पहल हो फोटो नंबर- 36 बैठक में सीएमडी ओपी धानुका सीतामढ़ी. पूरे देश में कृषकों व चीनी उद्योग का सामंजस्य न होने के कारण दोनों आर्थिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं. रीगा चीनी मिल के सीएमडी ओपी धानुका ने शुक्रवार को मिल में पहुंचे किसानों से चीनी उद्योग के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बताया कि पिछले चार-पांच वर्षों से चीनी उद्योग घाटे में है. गन्ना व चीनी के मूल्य विभिन्न राज्यों में अलग-अलग है. उत्तर भारत में चीनी का मूल्य घट कर 3200 रुपये से 2300 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गया था. भारत सरकार द्वारा मात्र 40 लाख क्विंटल चीनी निर्यात करने की घोषणा से चीनी की बाजार में आंशिक तेजी आयी और चीनी का मूल्य बढ़ कर 2700 प्रति क्विंटल हो गया है, जबकि चीनी उत्पादन लागत करीब 3200 रुपया प्रति क्विंटल आ रहा है. किसान खेती से विमुख धानुका ने बताया कि सिंचाई का पर्याप्त साधन न होने, कभी सूखा तो कभी बाढ़ का प्रकोप किसानों को झेलना पड़ता है. इसका असर चीनी उत्पादन पर पड़ता है और ईख के मूल्य भुगतान पर भी प्रभाव पड़ता है. गन्ना उद्योग की कठिनाइयों से अवगत कराने के बावजूद केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिसका प्रतिकूल प्रभाव आगामी बुआई सत्र पर पड़ने की संभावना है. यही कारण है कि किसान गन्ने की खेती से विमुख होते जा रहे हैं. राज्य सरकार से 16.70 लाख रुपया मिला है जो किसानों को दिया जा रहा है. केंद्र से ऋण मिलते ही ईख मूल्य का भुगतान कर दिया जायेगा. ईख की खेती का रकवा घटता जा रहा है. पेराई सत्र के दौरान कम ईख मिलने पर प्रति क्विंटल चीनी की उत्पादन लागत बढ़ जायेगी और चीनी मिल का घाटा और बढ़ जायेगा. मिल को विशेष पैकेज मिले मौके पर लखनदेव ठाकुर, गुणानंद चौधरी, वीरेंद्र सिंह, शंभु शंकर भोला, बिहार ईख संगठन के अध्यक्ष शंकर सिंह बाघेला, मदन मोहन ठाकुर, रामजपू व अनूठा लाल पंडित ने राज्य व केंद्र सरकार से रीगा चीनी मिल को विशेष पैकेज देने की मांग की. किसानों ने ईख मूल्य की भुगतान की दिशा में सार्थक पहल किये जाने पर बल दिया. इस बीच, मिल प्रबंधन व किसानों के बीच यह सहमति दिखी की किसानों के बकाये का भुगतान किया जाये और आगामी पेराई सीजन मिल-जुल कर सही ढ़ंग से चलाया जाये.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें