सीतामढ़ीः प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के निशाने पर नेपाल के पूर्व मंत्री महंथ ठाकुर है. पांच माह के अंदर दूसरी दफा उन्हें जान से मारने के लिए अपराधियों को सुपारी दी गयी. शुक्र यह है कि दोनों दफा एसएसबी की सतर्कता व चौकसी के कारण अपराधियों से हथियारों की बरामदगी के साथ-साथ उन पर होने वाले जानलेवा हमला का भी खुलासा हो गया. जिस कारण पूर्व मंत्री सतर्कता बरतने को लेकर गंभीर हो जा रहे है और अपराधियों का नापाक इरादा कामयाब नहीं हो पा रहा है. यहां बता दे कि पूर्व मंत्री श्री ठाकुर तराई लोकतांत्रिक मोरचा के उम्मीदवार है.
बुधवार की देर शाम मेजरगंज बॉर्डर पर आग्नेयास्त्र बरामद करने के अलावा एसएसबी को यह भी पता लगा है कि उक्त आगAेयास्त्र का इस्तेमाल नेपाल के पूर्व मंत्री महंथ ठाकुर को जान मारने के अलावा आगामी 19 नवंबर से नेपाल में होने वाले चुनाव में अशांति फैलाने के लिए खरीदी गयी थी. एसएसबी को यह जानकारी उसके गोपनीय सूचना पर आधारित है. एसएसबी के सूत्र ने बताया था कि ‘सर जी, बहुत भारी मात्र में हथियार नेपाल के सर्लाही जिला के खैरवा बहुरवा निवासी बैद्यनाथ सहनी व चटवाना निवासी सुरेश ननकार गांव के समीप बॉर्डर पार कर नेपाल जा रहे है. उनका इरादा महंथ ठाकुर को मारने व बूथ लूटने का इरादा है. अपने सूत्र के खबर को एसएसबी भी पुख्ता मान कर चल रही है. कारण है कि मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान के दौरान बाइक पर लदे बैग से पुलिस ने राजनीतिक दलों का बैनर भी बरामद किया है. हरे रंग के कपड़ा पर चुनाव चिह्न् (पेड़) के साथ अमरेश को वोट देने की बात लिखी है. इससे यह मान कर चला जा रहा है कि दूसरे राजनीतिक दल के लोग महंथ ठाकुर को अपने रास्ता से हटा कर सत्ता की सिंहासन पर काबिज होना चाहते है.