सीतामढ़ी : रून्नीसैदपुर प्रखंड के वयना गांव के वोटरों ने बूथ को नहीं बदलने से संबंधित स्थानीय बीडीओ की रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है और एक बार फिर कहा है कि एक नवंबर को मतदान में हिस्सा नहीं लेंगे. गांव के राधेश्याम सिंह व अन्य का कहना है कि इस बार प्रशासन के झांसे में नहीं आयेंगे.
अगर प्रशासन कोई कार्रवाई करती है तो उसके लिए भी तैयार हैं. ग्रामीणों द्वारा जिला व प्रखंड प्रशासन के संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करने का निर्णय लिया गया है. बूथ बदलने की मांग को लेकर ग्रामीण साल भर से अधिक से प्रखंड से लेकर जिला कार्यालय का चक्कर काटे, पर कुछ नहीं हुआ. शिकायत मिलने पर रून्नीसैदपुर विस के प्रेक्षक भी वयना गांव में गये. ग्रामीणों की मांग को उचित माना और कहा कि वे इस मामले पर डीएम से बात करेंगे.
ग्रामीण श्री सिंह ने बताया कि बूथ के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है. इसी कारण वोट बहिष्कार के पूर्व के निर्णय पर ग्रामीण अब भी अड़े हुए हैं. ग्रामीण कहते हैं कि राजस्व ग्राम वयना के वोटरों के लिए दूसरे गांव यानी हनुमाननगर में एवं हनुमाननगर के लिए सुमहुति में बूथ बना दिया गया है. यह जान कर हर किसी को भले हीं थोड़ा अजीब लगता होगा,
पर प्रशासन की नजर में यह कोई बड़ी बात नहीं है. प्रशासन को इसी तर्क का विरोध ग्रामीण कर रहे हैं. बीडीओ भी मानों वयना गांव में बूथ नहीं बनाने देने पर अड़े हुए हैं. उनकी रिपोर्ट से कुछ इसी तरह का संकेत मिलता है. ग्रामीण कहते हैं कि दूर होने के चलते बूथ पर जाने में परेशानी होती है. बीडीओ कहते हैं कि वोटरों को आने-जाने में कोई परेशानी नहीं है.
उक्त बूथ नंबर-54 पर वर्ष 2010 के विस चुनाव में 58.39 एवं वर्ष 2014 के लोस चुनाव में 62.06 फीसदी वोट पड़े थे जो जिला के औसत वोट से काफी अधिक थे. बता दें कि बीडीओ ने उप निर्वाचन पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है, जिसमें कहा है कि बूथ बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है.