फोटो नंबर- 34 परिचर्चा के दौरान मौजूद अतिथि सीतामढ़ी : मेजरगंज प्रखंड के डुमरी कला गांव स्थित दुर्गा स्थान परिसर में शुक्रवार को ‘ पाठकों की नजर में हंसी अप गम डाउन’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. मौके पर मुख्य अतिथि सह पैरा माउंट संस्था, दिल्ली के प्रो चंद्रशेखर सिंह ने गौतम सान्याल की पंक्ति को उद्धृत करते हुए कहा कि जो विध्वंस में निर्माण नहीं कर सकते, वे व्यंगकार नहीं हो सकते. प्रो सिंह ने गीताकार गीतेश की कृति हंसी अप गम डाउन को सहज रूप से स्वीकार किया और कहा कि यह पुस्तक ऐसी खुराक है जो तनाव को सेकेंड भर में दूर कर देती है. झारखंड के शिक्षा अधिकारी मुरारी साही ने कहा कि इस पुस्तक के पन्ने ज्यों-ज्यों खुलते जाते हैं. पाठक अपनी सारी परेशानियों को भूल कर एक अलग हीं दुनिया में डूबते जाते हैं. बिहार संदेश के संपादक प्रो पीके झा प्रेम ने कहा कि जो वर्तमान परिस्थिति को अपनी रचना में ढ़ालता है, वही सफल रचनाकार हो सकता है. समय की नब्ज पर गीतकार गीतेश की अच्छी पकड़ है. कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा अधिकारी श्री शाही तो संचालन प्रो झा ने किया. मौके पर दीपक सारंग व अनिल अश्वत्थ समेत अन्य ने अपने विचार रखे.
BREAKING NEWS
समय की नब्ज पर गीतेश की अच्छी पकड़
फोटो नंबर- 34 परिचर्चा के दौरान मौजूद अतिथि सीतामढ़ी : मेजरगंज प्रखंड के डुमरी कला गांव स्थित दुर्गा स्थान परिसर में शुक्रवार को ‘ पाठकों की नजर में हंसी अप गम डाउन’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. मौके पर मुख्य अतिथि सह पैरा माउंट संस्था, दिल्ली के प्रो चंद्रशेखर सिंह ने गौतम सान्याल […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement