सीतामढ़ी : हत्या के अभियुक्त को लाभ पहुंचाने के आरोप में फंसे परिहार थाना के निलंबित थानाध्यक्ष (एसएचओ) राकेश कुमार के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई (प्रोसेडिंग) चलेगी. तिरहुत क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) गणेश कुमार ने शनिवार को बताया कि हत्या के आरोपित को थानाध्यक्ष द्वारा केस में लाभ देना घोर आपत्तिजनक है.
सीतामढ़ी पहुंचे श्री कुमार ने अनुमंडल कार्यालय स्थित एसडीपीओ कार्यालय का निरीक्षण किया. इससे पूर्व डीटीओ कार्यालय पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर िदया गया. निरीक्षण के क्रम में तमाम अभिलेखों का अवलोकन करते हुए आवश्यक निर्देश दिये.
इस दौरान आइजी ने जिले में बढ़ते अपराध पर चिंता व्यक्त करते हुए नाराजगी जतायी. उन्होंने मौजूद पुलिस अधिकारियों को क्राइम कंट्रोल का टिप्स भी दिया. कहा कि पुलिस अधिकारियों की पहली प्राथमिकता अपराधियों पर नकेल कसना है. इसमें कोई कोताही नहीं चलेगी. आइजी ने एसपी से वैसे पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने को कहा, जिसके विरुद्ध गंभीर मामले हैं. उन्होंने जेल में बंद अपराधियों के जमानत रद्द करने को लेकर कदम उठाने को कहा.
अभिलेख की जांच में उन्होंने एसडीपीओ को जरूरी निर्देश भी दिये. पत्रकारों से बातचीत के क्रम में आइजी ने कहा कि परिहार में हत्या के मामले में आरोपित को सीधा लाभ पहुंचाना गंभीर मामला है. परिहार के निलंबित थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने 90 दिनों के भीतर अंतिम आरोप-पत्र दाखिल नहीं करने से जेल में बंद अपराधी का जमानत होना ही घोर लापरवाही का सबूत है. थानाध्यक्ष के कार्यप्रणाली की जांच की जा रही है. जांच के बाद उनके विरुद्ध निश्चित रुप से विभागीय कार्रवाई की जायेगी.
इसके अलावा इस मामले में सदर एसडीपीओ से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. अगर जांच में उनकी भूमिका साबित हुआ तो उन पर भी विभागीय कार्रवाई होगी. मौके पर एसपी अनिल कुमार, सदर एसडीपीओ डॉ कुमार वीर धीरेंद्र, नगर सर्किल इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव, डुमरा थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद मौजूद थे.