सीतामढ़ी/ पटना : जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ ) शुभ नारायण दत्त हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने साइको किलर रामजी राय समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में डुमरा थाने के विश्वनाथपुर गांव निवासी रामजी राय, पुनौरा ओपी के राघोपुर बखरी निवासी सोहन ठाकुर व रून्नीसैदपुर थाने के उपरवलिया कुशमारी गांव निवासी अरूण भगत शामिल हैं. एसपी विकास वर्मन द्वारा गठित स्पेशल टीम ने टेक्निकल सर्विलांस व मानवीय सूत्र के आधार पर पटना पुलिस की मदद से रामकुमार उर्फ रामजी राय को पटना पुलिस ने दीघा से गिरफ्तार किया.
उसके साथ लाइनर सोहन ठाकुर को भी पकड़ा गया है. पुलिस ने उनके पास से डीडब्ल्लूओ की हत्या में इस्तेमाल किया गया नाइन एमएम का पिस्टल भी बरामद किया है.
इधर, सीतामढ़ी पुलिस की एक टीम ने अरूण भगत व संदेह के आधार पर कैलाशपुरी निवासी सुभाष झा को हिरासत में लिया है. अरूण भगत, गोपालगंज जेल में बंद शातिर अपराधी चिरंजीवी सागर का चचेरा भाई है.
कागजात व चेक समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद. एसपी विकास बर्मन ने बुधवार पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया है
सीतामढ़ी के डीडब्ल्यूओ
कि राजोपट्टी उर्दू मोहल्ला निवासी मो अली उर्फ बबलू ने पांच लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी. दो लाख एडवांस दिया गया था. जिला कल्याण कार्यालय के कागजातों की जांच करने के क्रम में कई तरह की अनियमितता सामने आयी है. इससे कई लोगों को नुकसान हो सकता था. कार्यालय के बिचौलियों में एक नाम बबलू का भी सामने आया है. छापेमारी की भनक मिलने पर बबलू अंडरग्राउंड हो गया है. उसके मकान से पुलिस ने जिला कल्याण कार्यालय से संबंधित कई कागजात व चेक के अलावा आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. उसके आवासीय कार्यालय को सील करने की कार्रवाई की जा रही है. बिचौलियों को हानि पहुंचाने वाले कागजातों की जांच के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जायेगी.
इन्होंने किया हत्याकांड का खुलासा. एसपी ने बताया कि हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस की दो विशेष टीम का गठन किया गया था. सदर डीएसपी डॉ कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में गठित टीम में नगर व डुमरा थानाध्यक्ष क्रमश: शशि भूषण सिंह, विकास कुमार एवं तकनीकी शाखा के पुअनि अशोक कुमार को शामिल किया गया था. इसी प्रकार पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-01 राजवंश सिंह के साथ इंस्पेक्टर मुकेश चंद्र कुंवर, मेहसौल ओपी प्रभारी अमान अशरफ व तकनीकी शाखा के राजेंद्र साह को शामिल किया गया था.
पांच लाख में तय हुआ था सौदा, पटना से दो धराये
शिक्षक सह एजेंट ने चिरंजीव भगत के माध्यम से दी थी रामकुमार राय को सुपारी
पुलिस पर फायरिंग कर भाग रहे थे दोनों अपराधी, खदेड़ कर पकड़ा गया
काफी पैसे रुके थे डीडब्ल्यूओ के कारण
अपराधियों से पूछताछ के बाद यह जानकारी मिली है कि शुभ नारायण दत्त से बबलू खान काफी खफा था. वह ठेकेदारी के लिए विभागाें की दलाली करता था. इस दौरान उसके कई लोगों ने लाखों रुपये का काम कराया था. लेकिन काम ठीक नहीं होने के कारण उनका बिल जिला कल्याण
काफी पैसे रुके
पदाधिकारी पास नहीं होने दे रहे थे. इसके साथ ही दूसरे स्कीम की भी ठेकेदारी नहीं मिलने दे रहे थे. जिसके कारण बबलू खान काफी परेशान था और फिर उसने चिरंजीव भगत से बात कर उनकी हत्या की सुपारी दे डाली.
घेराबंदी की तो पुलिस पर फायरिंग कर भागने लगे
सीतामढ़ी पुलिस ने पटना के एसएसपी मनु महाराज को यह जानकारी दी थी कि जिला कल्याण पदाधिकारी हत्याकांड में शामिल कुछ अपराधी दीघा के कुर्जी बालू पर इलाके में छुपे हुए है. पुलिस की टीम जब मंगलवार की रात वहां पहुंची तो उन अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने की
घेराबंदी की तो
कोशिश करने लगे. लेकिन पुलिस ने रामकुमार राय व सोहन ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से हथियार भी बरामद किया गया है. संभावना यह भी जतायी जा रही है कि उस समय और भी अपराधी वहां मौजूद रहे होंगे और वे फरार होने में सफल रहे.
गोपालगंज जेल से चिरंजीवी ने रची थी हत्या की साजिश
एसपी मनु महाराज ने बताया कि बबलू की दोस्ती कुख्यात अपराधी व गोपालगंज जेल में बंद चिरंजीवी भगत से थी. उसने चिरंजीवी भगत से हत्या करवाने काे कहा था और पांच लाख रुपये सुपारी देने की पेशकश की. इसके बाद चिरंजीव ने रामजी राय को पांच लाख रुपये में हत्या की सुपारी दे दी. बबलू ने उसे दो लाख रुपये एडवांस देकर तीन लाख काम होने के बाद देने पर सौदा तय किया. तब रामजी ने अपने साथी संतोष कुमार व अरुण भगत के साथ जिला कल्याण पदाधिकारी की हत्या की योजना बनायी. उसने अपने साथी सोहन ठाकुर को यह जिम्मेवारी दी कि वह शुभ नारायण दत्त के आने-जाने के समय की जानकारी ले. सोहन ठाकुर ने 31 मई को जानकारी दी कि अभी शुभ नारायण दत्त अकेले है. सूचना मिलने के बाद तुरंत ही रामकुमार राय, संतोष कुमार व अरुण भगत वहां पहुंच गये.
गोपालगंज जेल से
जहां तीनों ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद रामजी व सोहन ठाकुर पटना के दीघा इलाके में एक मकान में रह रहे थे. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि जिला कल्याण पदाधिकारी ने बबलू खान के कई काम को रोक दिया था. इसके अलावा लाखों का बिल भी पास नहीं कर रहे थे. जिसके कारण बबलू उनसे खफा था.
काफी पैसे रुके थे डीडब्ल्यूओ के कारण
अपराधियों से पूछताछ के बाद यह जानकारी मिली है कि शुभ नारायण दत्त से बबलू खान काफी खफा था. वह ठेकेदारी के लिए विभागाें की दलाली करता था. इस दौरान उसके कई लोगों ने लाखों रुपये का काम कराया था. लेकिन काम ठीक नहीं होने के कारण उनका बिल जिला कल्याण
काफी पैसे रुके
पदाधिकारी पास नहीं होने दे रहे थे. इसके साथ ही दूसरे स्कीम की भी ठेकेदारी नहीं मिलने दे रहे थे. जिसके कारण बबलू खान काफी परेशान था और फिर उसने चिरंजीव भगत से बात कर उनकी हत्या की सुपारी दे डाली.
घेराबंदी की तो पुलिस पर फायरिंग कर भागने लगे
सीतामढ़ी पुलिस ने पटना के एसएसपी मनु महाराज को यह जानकारी दी थी कि जिला कल्याण पदाधिकारी हत्याकांड में शामिल कुछ अपराधी दीघा के कुर्जी बालू पर इलाके में छुपे हुए है. पुलिस की टीम जब मंगलवार की रात वहां पहुंची तो उन अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने की
घेराबंदी की तो
कोशिश करने लगे. लेकिन पुलिस ने रामकुमार राय व सोहन ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से हथियार भी बरामद किया गया है. संभावना यह भी जतायी जा रही है कि उस समय और भी अपराधी वहां मौजूद रहे होंगे और वे फरार होने में सफल रहे.