फारबिसगंजः एसएसबी 56वीं बटालियन के जवानों व अधिकारियों ने 17 बीओपी में लगातार गश्त व छापेमारी कर दो माह के अंदर 23 लाख रुपये का तस्करी का सामान जब्त किया. उक्त जानकारी बुधवार को बथनाहा कैंप में सेनानायक बीएस डोगरा ने दी. उन्होंने बताया कि 16 फरवरी से 16 अप्रैल के बीच कुल 22,82,447 रुपये का तस्करी कर ले जाये जा रहे विभिन्न प्रतिबंधित समान को जब्त करने में एसएसबी को सफलता मिली है.
सेनानायक ने बताया कि 16 फरवरी 14 को बीओपी जोगबनी में 3,28,550 रुपये का कंबल, गुड़िया सहित अन्य सामान, 18 फरवरी को पथरदेवा बीओपी में 50 हजार का मवेशी, 22 फरवरी को बीओपी जोगबनी में 19,779 रुपये की नशीली दवा, तीन मार्च को बेला बीओपी में 8,200 रुपये का खाद व अन्य सामान, तीन मार्च को बीओपी बसमतिया में नौ हजार रुपये का चीनी, तीन मार्च 14 को बीओपी घूरना में 18 हजार रुपये का खाद व सुपारी, तीन मार्च को बीओपी तीन खंभा में 31,028 रुपये की खैनी, 10 मार्च को बीओपी बसमतिया में 12,489 रुपये नकद, जोगबनी में एक लाख 58,308 रुपये का खाद, 11 मार्च 14 को बीओपी जोगबनी में ही तीन लाख 11,500 रुपये का तंबाकू व अन्य सामान, 12 मार्च 14 को बीओपी जोगबनी में दो लाख 71,560 रुपये को टेबल पंखा व अन्य सामान, 13 मार्च 14 को सी कंपनी जोगबनी में 29,518 रुपये का प्लास्टिक, 18 मार्च 14 को बीओपी भेड़ियारी में 20,400 रुपये का सिगरेट, 19 मार्च 14 को सी कंपनी बीओपी जोगबनी में 44,276 रुपये की नशीली दवा, 20 मार्च 14 को बीओपी जोगबनी में 31,590 रुपये की नशीली दवा, 20 मार्च 14 को ए कंपनी बीओपी में 23,760 रुपये का खाद, 20 मार्च को ई कंपनी घुरना में 8,400 रुपये का खाद, 21 मार्च 14 को घुरना में ही 4,200 रुपये का खाद, 23 मार्च 14 को सी कंपनी जोगबनी में एक लाख 71,694 रुपये की नशीली दवा, 24 मार्च को बसमतिया में चार लाख 72,784 रुपये का बिस्कुट, 24 मार्च को ही घुरना में 36,000 रुपये का मवेशी, 28 मार्च 14 को सी कंपनी जोगबनी में 93,23 रुपये की नशीली दवा, 31 मार्च को घुरना में 33,750 रुपये का ब्रास आदि, 31 मार्च को 16000 रुपये का मवेशी, 31 मार्च को बीओपी बसमतिया में 11,960 रुपये का खाद व तंबाकू, 09 अप्रैल 14 को बीओपी तीन खंभा में 5040 रुपये का खाद, 12 अप्रैल को जोगबनी में 76,138 रुपये का सौंदर्य प्रसाधन, 14 अप्रैल को जोगबनी में 40,000 रुपये की सुपारी व 16 अप्रैल को 28,900 रुपये की सुपारी आदि जब्त करने में एसएसबी ने सफलता प्राप्त की है.