गोरखधंधा. शराबी तो पकड़ाये, लेकिन बरामद नहीं हुआ शराब का कोई बड़ी खेप
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शहर से गांव तक बनाया स्टॉक प्वाइंट
गोरखधंधा. शराबी तो पकड़ाये, लेकिन बरामद नहीं हुआ शराब का कोई बड़ी खेप नेपाल के रास्ते शराब का धंधा जारी सीतामढ़ी : सूबे में शराबबंदी लागू होने को अब दो वर्ष बीतने को है. शहर से लेकर गांव-टोलों तक की आवोहवा बदल चुकी है. अगर बदली नहीं है तो शराब के गोरखधंधे में शामिल लोगों […]
नेपाल के रास्ते शराब का धंधा जारी
सीतामढ़ी : सूबे में शराबबंदी लागू होने को अब दो वर्ष बीतने को है. शहर से लेकर गांव-टोलों तक की आवोहवा बदल चुकी है. अगर बदली नहीं है तो शराब के गोरखधंधे में शामिल लोगों की नापाक कारस्तानी.
भारत-नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठाकर तस्करों का गिरोह शहर से लेकर गांव तक में शराब का खेप पहुंचाकर शराबबंदी कानून को चुनौती देने से बाज नहीं आ रहे. जिस प्रकार एक के बाद प्राय: प्रतिदिन शराब के नशे में धुत हुए लोग पकड़े जा रहे हैं, उस अनुपात में शराब की कोई बड़ी खेप पुलिस की पकड़ से बाहर है.
अगर शहर की बात करे तो शराबबंदी लागू होने के बाद से नगर थाने की पुलिस को कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिली है. हां यह सही है कि इस दौरान पुलिस ने बड़ी संख्या में शराब के नशे में धुत लोगों को सलाखों के पीछे जरूर पहुंचाया है. आंकड़े भी इस बात की गवाही देते हैं.
नगर पुलिस अंचल के दो थाना व दो ओपी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जनवरी से अब तक दर्ज 1378 कांडों में 300 से अधिक मामले शराब से संबंधित दर्ज है. जनवरी से नवंबर तक इस अंचल में 228 मामले शराबियों के पकड़ने को लेकर दर्ज किये गये हैं. जबकि इस दौरान महज 39 मामले शराब की बरामदगी को लेकर दर्ज हुए.
आश्चर्यजनक तौर पर मार्च में किसी थाने व ओपी में शराब से संबंधित कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. वर्ष 2016 में अप्रैल से लेकर दिसंबर तक 26 मामले हीं पकड़ में आये. इस दौरान 1154 कांड इन थानों में अंकित किये गये. बताते चले कि नगर पुलिस अंचल के अधीन नगर थाना, डुमरा थाना, मेहसौल ओपी एवं पुनौरा ओपी आते हैं.
वार्ड पार्षद से ले कुछ सफेदपोश कारोबार में लिप्त: वार्ड पार्षद से लेकर शहर के कुछ सफेदपोश लोग भी शराब के धंधे में संलिप्त पाये गये हैं.
हाल हीं में नगर थाने की पुलिस ने शहर के अस्पताल रोड से एक कार में रखे अंगरेजी शराब की बोतलें बरामद की गयी थी. हालांकि कारोबारी भागने में सफल रहा. जांच के बाद नगर थाने की पुलिस ने शहर के वार्ड पार्षद जितेंद्र प्रसाद पर केस दर्ज किया. पुलिस को जितेंद्र के खिलाफ शराब के धंधे से जुड़े कई सबूत भी हाथ लगे हैं.
हुई कार्रवाई
नगर अंचल में 1378 कांडों में 300 मामले शराब के
अब तक पकड़े गये हैं नशे में धुत 228 लोग
39 मामले ही दर्ज हुए शराब बरामदगी से संबंधित
नगर पुलिस अंचल में दर्ज शराब से संबंधित मामले
वर्ष 2017
माह शराबी कारोबारी
1. जनवरी 05 01
2. फरवरी 10 04
3. मार्च 00 00
4. अप्रैल 13 06
5. मई 42 04
6. जून 18 04
7. जुलाई 25 11
8. अगस्त 43 04
9. सितंबर 22 06
10. अक्तूबर 25 06
11. नवंबर (26 तक) 27 03
शक के घेरे में अवैध शराब के पुराने कारोबारी
शराबबंदी लागू होने के बाद जब प्रशासनिक तौर पर शराब के अवैध धंधेबाजों पर पुलिस व उत्पाद विभाग ने शिकंजा कसना शुरू किया तो कारोबारियों ने अपना तरीका व ठिकाना ही बदल लिया. शराब के धंधे से जुड़े कुछ पुराने कारोबारी शक के घेरे में है. आज भी नेपाल इन धंधेबाजों का सबसे महफूज अड्डा बना है. सिंडिकेट के तौर पर इसका कारोबार किया जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि बैरगनिया थाना के सटे नेपाल के गौर बाजार, सोनबरसा से लगे मलंगवा तथा भिट्ठामोड़ के क्षेत्र में हॉकर के माध्यम से बड़े कारोबारी धंधे को अंजाम दे रहे हैं. सीतामढ़ी शहर से लेकर आसपास के इलाके में गुप्त तौर पर गोदाम बनाया गया है. लगभग छह माह पूर्व हीं पुनौरा ओपी की पुलिस ने पुनौरा गांव से अंगरेजी शराब का स्टॉक बरामद किया था. इसको लेकर कारोबारी द्वारा बजाप्ता गोदाम बना कर रखा गया था. जिला मुख्यालय डुमरा के हवाई अड्डा मैदान के पास से उत्पाद विभाग की टीम ने मद्य निषेध दिवस के दिन बड़ी कार्रवाई करते हुए 378 बोतल अंगरेजी शराब के साथ जग्गु मियां को पकड़ा था. इससे जाहिर होता है कि कारोबारियों का हौसला किस कदर धंधे को लेकर बुलंदी पर है.
कार्रवाई की जद्द में आ चुके हैं इंस्पेक्टर व थानेदार
सरकार ने शराबबंदी लागू होने के साथ हीं स्पष्ट किया था कि अगर किसी इलाके में शराब का कारोबार फलता फुलता पाया गया तो वहां के थानेदार पर बड़ी कार्रवाई होगी. जिले में अब तक एक इंस्पेक्टर और एक थानेदार इसके जद्द में आ चुके हैं. रून्नीसैदपुर थाना के तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह एवं बैरगनिया थाना के तत्कालीन थानेदार संजीव कुमार पर गाज गिरी थी. दोनों पुलिस अधिकारी को अगले 10 साल तक थानेदारी से दूर करने की कार्रवाई की गयी थी. वहीं शराब के धंधे को रोकने में लापरवाही बरतने के आरोप में रीगा के तत्कालीन थानेदार संजीत कुमार, पुनौरा के तत्कालीन ओपी प्रभारी ज्ञानप्रकाश पर भी एसपी स्तर से कार्रवाई हो चुकी है.
कहते हैं नगर इंस्पेक्टर
नगर इंस्पेक्टर मुकेश चंद्र कुंवर ने बताया कि शराब के कारोबारियों और शराब के नशेड़ियों दोनों के विरुद्ध कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है. सर्किल के थानेदारों को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिये गये हैं. शराब के कारोबारियों पर पूरी नजर है. इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जायेगा.
मुकेश चंद्र कुंवर, नगर इंस्पेक्टर
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