सीतामढ़ी : पूर्व में पदस्थापित पुलिस अधिकारियों ने जिस तरह पब्लिक के साथ फ्रेंडली रिलेशन बना कर अपराध मुक्त समाज का निर्माण किया था, तबादले के बाद उनकी जगह पदस्थापित पुलिस अधिकारियों ने उस पर पानी फेर दिया है. महज एक माह के भीतर हीं जिले की पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे है. इनमें मेहसौल ओपी पुलिस सुर्खियों में है. यहां पुलिस पर ही असमाजिक तत्वों को आश्रय देने का आरोप लग रहा है तो पुलिस के संरक्षण में हीं अवैध शराब का कारोबार फल फुल रहा है.
हाल ही में अवैध शराब के कारोबार के मामले में मेहसौल ओपी का एक चौकीदार गिरफ्तार हुआ था तो इसी ओपी के टाइगर मोबाइल का जवान शराब पीते जेल गया था. वर्तमान में मेहसौल ओपी असामाजिक तत्वों का चारागाह बन गया है. इसी बीच एक वरिष्ठ नागरिक की पिटाई का यह मामला कोर्ट पहुंच गया है.