नालंदा़ : सांसद द्वारा गोद लेने के बाद भी आदर्श ग्राम पंचायत नानंद तरक्की से दूर है. सिलाव प्रखंड का यह पंचायत समस्याओं के मकड़जाल में फंसा है. इस पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना को धरातल पर उतारने के लिए मशक्कत की जा रही है. इस पंचायत को ओडीएफ घोषित करने और मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना को धरातल पर उतारने के लिए पदाधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. 1524 घर वाले इस पंचायत के 344 घरों में पहले से शौचालय है. पंचायत के 507 घरों में लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत शौचालय का निर्माण कराया गया है. 131 घरों में शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा है.
नानंद पंचायत की मुखिया मीना देवी के अनुसार यह पंचायत अनेक समस्याओं से जूझ रहा है. पंचायत की सभी गलियों में पीसीसी ढलाई नहीं हुई है. इनमें कई मुख्य सड़कें और गलियां भी शामिल हैं. नानंद राजगीर अनुमंडल का सबसे बड़ा गांव है. इस पंचायत को नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने तीन साल पहले गोद लिया है. सांसद द्वारा गोद लेने के बाद भी इस गांव में तरक्की के द्वार नहीं खुले हैं. उनके द्वारा इस गांव में करीब 10 लाख रुपये आवंटित किये गये हैं.
उस धन से महादलित टोला में सामुदायिक भवन और कुछ नालियों का निर्माण कराया गया है. उन्होंने बताया कि अनुमंडल के सबसे बड़े गांव में एक खेल का मैदान तक नहीं है. खेल के मैदान के लिए माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगायी गयी है.
लेकिन परिणाम अब तक कुछ नहीं निकला है. मुखिया मीना देवी ने बताया कि 1524 घर के इस पंचायत- गांव के लिए मात्र एक जलमीनार है.
इससे पूरे गांव में जलापूर्ति संभव नहीं होता है. उन्होंने महादलित टोले में एक जलमीनार बनाने की आवश्यकता बताया. उनके पंचायत में अब तक करीब 400 घरों में बिजली के कनेक्शन दिए गए हैं. मुखिया मीना देवी कहती हैं कि आदर्श ग्राम पंचायत बनने और सांसद द्वारा गोद लेने के बाद नानंद पंचायत के सभी घरों में शौचालय, बिजली का कनेक्शन और नल जल का कनेक्शन होना था. गांव की सभी गलियों का पक्कीकरण और गलियों में नाला नालियों का निर्माण भी होना था, लेकिन इन घोषित सुविधाओं से यह पंचायत वंचित है. जेडीयू नेता उमेश प्रसाद ने बताया कि नानंद में करीब तीन एकड़ आम गैरमजरूआ और दो एकड़ स्कूल की जमीन है. ग्रामीण इस जमीन पर खेल का मैदान (स्टेडियम) बनाने की मांग जिला पदाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक से की है. लेकिन अब तक नतीजा कुछ नहीं निकल सका है. मुखिया मीना देवी की शिकायत है कि नानंद में एक पशु अस्पताल है. इस अस्पताल के चिकित्सक कभी ड्यूटी पर नहीं आते हैं.
अधिकारी बोले
नानंद पंचायत शीघ्र ओडीएफ घोषित होगा. इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. वे खुद प्रतिदिन तड़के नानंद पहुंचकर खुले में शौच करने वालों को रोकते- टोकते हैं. इस गांव में 851 शौचालयों का निर्माण हो चुका है. 131 शौचालयों का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है.
-अलख निरंजन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सिलाव