शेखपुरा : शिक्षा के क्षेत्र में पिछले दिनों संसाधनों की कमी झेल रहे रामाधीन महाविद्यालय एक बार फिर छात्र-छात्राओं के बीच आकर्षण का केंद्र बिंदु बनने लगा है. रामाधीन महाविद्यालय में पिछले दिनों तकनीकी शिक्षा बीसीए और बीबीए की पढ़ाई के बाद इन दिनों कॉलेज प्रशासन तीन विषयों के व्याख्याता के पदस्थापन में भी बड़ी कामयाबी हासिल की है.
इतना ही नहीं कॉलेज कैंपस को वाई-फाई से लैस करते हुए यहां की महत्वपूर्ण जानकारियां कॉलेज के आलीशान भवनों की मरम्मत के अभाव में यहां जर्जर हालातों में भी भारी बदलाव किया गया है. कैंपस की मरम्मत के साथ-साथ रंगरोगन से महाविद्यालय भवन को आकर्षण का केंद्र बनाया गया है.
आधुनिक संसाधनों से लैस हुआ महाविद्यालय : जिले के रामाधीन महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को वाईफाई के जरिये इंटरनेट की बेहतर सेवा से लाभान्वित किया जा रहा है. इसके साथ ही पिछले दिनों यहां तकनीकी की शिक्षा के लिए बीसीए एवं बीबीए संकाय शैक्षणिक व्यवस्था बहाल किया गया. बीबीए व बीएससी के बाद छात्र-छात्राएं अब अपने इसी कॉलेज में दोनों तकनीकी शिक्षा का लाभ ले सकेंगे. इन विषयों के लिए नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है.
कॉलेज प्रबंधन ने विश्वविद्यालय के अनुमति के अनुसार यहां बीबीए के लिए व्याख्याता के रूप में प्रो. त्रिपुरारी कुमार एवं बीबीए के लिए प्रो. कुमार गौरव को शैक्षणिक जिम्मेवारी सौंपी गयी है. इसके साथ ही इस प्रबंधन ने विश्वविद्यालय के निर्देश और कॉलेज से संबंधित जानकारियों के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटआरडीकॉलेजडॉटओआरजी भी शुरू कर दिया है.
110 विषयों में नामांकन : नालंदा खुला विश्वविद्यालय का अध्ययन केंद्र आर.डी. कॉलेज में छात्र-छात्राएं 110 कोर्स के लिए नामांकन ले सकते हैं. इंटरमीडिएट में 45 प्रतिशत से कम अंक लाने वाले विद्यार्थी भी नामांकन के लाभ से लाभान्वित हो सकते हैं. खास बात यह है कि नामांकन के लिए कोई उम्र सीमा बाधा नहीं बन सकती है. तकीनकी शिक्षा के लिए कॉलेज प्रांगण में साइंस, मास कम्युनिकेशन एवं जर्नलिज्म, पोस्ट ग्रेजुएट, डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट, फाइनेंसियल मैनेजमेंट, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन यौगिक स्टडीज एवं कृषि, बाल एवं महिला विकास, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण, मेडिकल से संबंधित सर्टिफिकेट कोर्स में बेहतर शिक्षा का व्यवस्था है.
इन विषयों के लिए बिना विलंब शुल्क 16 अगस्त तक नामांकन के लिए समय का निर्धारण किया गया है.
क्या कहते हैं प्राचार्य :
”कॉलेज प्रबंधन के प्रयास एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. नलिनी कांत झा के सहयोग से महाविद्यालय में अत्याधुनिक संसाधनों को व्यवस्थित किया गया हे. इसके साथ-साथ शैक्षणिक व्यवस्था में बेहतरी के लिए यहां तकनीकी शिक्षा और व्याख्याताओं की कमी के दिशा में भी पदस्थापना की कार्रवाई की गयी है.”
– प्रो. डॉ. कृष्ण नंदन प्रसाद सिंह