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शव पहुंचते ही गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
तरैया : थानाक्षेत्र क्षेत्र के फरीदपुरा गांव निवासी मैनेजर सिंह कुशवाहा के 25 वर्षीय आर्मी पुत्र मुकेश कुमार अपने पिता के बुढ़ापे का लाठी था. पांच भाई बहनों में सबसे बड़ा मुकेश था और वहीं घर का एक कमाऊ सदस्य था. बेहद ही गरीब परिवार से आने वाला मुकेश अब इस दुनिया में नहीं रहा. […]
तरैया : थानाक्षेत्र क्षेत्र के फरीदपुरा गांव निवासी मैनेजर सिंह कुशवाहा के 25 वर्षीय आर्मी पुत्र मुकेश कुमार अपने पिता के बुढ़ापे का लाठी था. पांच भाई बहनों में सबसे बड़ा मुकेश था और वहीं घर का एक कमाऊ सदस्य था. बेहद ही गरीब परिवार से आने वाला मुकेश अब इस दुनिया में नहीं रहा. गुरुवार को मुजफ्फरपुर के सरैया जाने के क्रम में बाइक- बोलेरो की टक्कर में उसकी मौत हो गयीं. पिता मैनेजर सिंह, माता उमरावती देवी, छोटे भाई रमेश कुमार, बहन पूजा कुमारी, नेहा कुमारी, निधि कुमारी सबकी जिम्मेदारी मुकेश पर थी.
शव आने के बाद परिजनों का चित्कार लोगों को भी रोने पर मजबूर कर दे रहा था. मां और पिता बार-बार गिर कर बेहोश हो जा रहे थे. मुकेश के भाई रमेश कुमार ने बताया कि बहन की शादी तय करने के उद्देश्य से भैया 10 मई को 40 दिन की छुट्टी पर घर आये थे और गाड़ी खरीदने के लिए मुजफ्फरपुर के सरैया 11मई को जा रहे थे कि बोलेरो ने उनके बाइक में टक्कर मार दिया और वे काल के गाल में समा गये. अविवाहित मुकेश अपने बहन पूजा की शादी के बाद अपने शादी का योजना बनाया था. राजस्थान के बीकानेर में पदस्थापित लायंस नायक मुकेश कुमार के लिए आसपास के सभी लोग रो रहे हैं.
मुकेश स्वभाव से बहुत ही मिलनसार व्यक्ति था. गरीबी से लड़ते- लड़ते नौकरी हासिल किया था. परिवार की स्थिति अब कुछ सुधार ही रही थी. कि ईश्वर ने उनका साया परिवार के ऊपर से उठा लिया.शुक्रवार की सुबह मढ़ौरा एसडीओ संजय कुमार राय ने मुकेश के घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दिया तथा पारिवारिक लाभ देने की घोषणा किया.
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