छपरा (कोर्ट) : भगवान की भक्ति में निरंतर लगे रहने वाले भक्त के सभी कार्य परमात्मा की कृपा से स्वत: ही सिद्ध हो जाते है. इसका सबसे सरल उपाय भगवान के पावन पवित्र एवं पुण्य चरित्रों का श्रवण मनन एवं कीर्तन ही है. उक्त प्रवचन शहर के दहियावां दधिचि आश्रम परिसर में विगत चार दिनों से चल रहे श्रीमद भागवत महापुराण में स्वामी गोपालाचार्य जी महराज ने भक्तों को सुनायी.
प्रवचन के क्रम में स्वामी जी ने भगवान कृष्णा के बाल लीलाओं के अनेकों प्रसंग जिसमें माखन चोरी, ग्वालों के साथ क्रीड़ा के साथ ही पुतना, केशी, अधासुर, बकासुर, त्रणावर्त आदि दानवों के वध के अलावे गोबर्धन पूजन का विस्तृत वर्णन किया. उन्होंने कहा कि अधर्म पर धर्म की विजय युगोें से होती आयी है .