छपरा (सारण) : जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दिघवारा में सोमवार की सुबह नवजात के इलाज में डॉ व एएनएम द्वारा कथित लापरवाही बरतने व सरकारी एंबुलेंस में ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं होने से रेफर नवजात द्वारा रास्ते में दम तोड़ने के विरोध में सोमवार को नवजात के परिजनों ने राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 19 पर जम कर हंगामा मचाया एवं आधा दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़-फोड़ करते हुए लगभग एक घंटा तक छपरा-पटना मुख्य सड़क को अवरुद्ध रखा.
मिली जानकारी के मुताबिक, अवतार नगर थाना क्षेत्र के देवरिया निवासी धर्मेंद्र कुमार साह ने रविवार की शाम अपनी पत्नी संजू देवी को प्रसव पीड़ा होने पर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दिघवारा में एडमिट करवाया. वहां सोमवार की अहले सुबह उक्त महिला ने एक बेटे को जन्म दिया. परिजनों के अनुसार, जन्म के बाद ड्यूटी पर मौजूद डाॅक्टर व एएनएम द्वारा लापरवाही बरती गयी एवं स्थिति बिगड़ने पर उक्त नवजात को डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया.
सरकारी एंबुलेंस में ऑक्सिजन की उपलब्धता नहीं होने के कारण उक्त नवजात ने हाजीपुर पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. इस घटना से आक्रोशित परिजन पुन: दिघवारा लौटे एवं सुबह के लगभग नौ बजे प्रखंड मुख्यालय के समीप सड़क को जाम करते हुए दोषी डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे.
लगभग एक घंटा तक छपरा-पटना मार्ग पर वाहनों का परिचालन बाधित रहा. आक्रोशित परिजनों ने गाड़ियों में तोड़-फोड़ भी की. इधर, घटना की सूचना मिलते ही सीओ अजय शंकर, थानाध्यक्ष सतीश कुमार व दरियापुर थानाध्यक्ष संजय कुमार, आरजेएस सचिव अशोक कुमार सिंह व वार्ड पार्षद संतोष यादव ने जाम स्थल पर पहुंच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया. तब जाकर सुबह 10.30 बजे जाम हट सका.