दिघवारा: प्रखंड की रामपुर आमी पंचायत के कर्मवारी पट्टी मुहल्ले के बाढ़पीड़ित परिवारों के सदस्यों ने सोमवार को आमी मोड़ के समीप टायर जला कर आगजनी की एवं लगभग दो घंटों तक छपरा-पटना मुख्य सड़क मार्ग पर वाहनों के आवागमन को पूर्णत: अवरुद्ध कर दिया. जाम पर अड़े लोगों को हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों सहित पंचायत प्रतिनिधियों को कड़ी मशक्कत करनी एवं भीषण धूप में पसीना भी बहाना पड़ा. वहीं जाम में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व मंत्री रामाधार सिंह सहित दर्जनों वीआइपी लोग जाम में फंसे दिखायी पड़े. बाद में सबों को वैकल्पिक रास्ते के सहारे छपरा की ओर रवाना किया गया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सोमवार की सुबह लगभग 10.30 बजे रामपुर आमी पंचायत की कर्मवारी पट्टी के बाढ़पीड़ित परिवार राहत मिलने में हो रहे विलंब के खिलाफ उग्र हो गये एवं पुरुष-महिला एवं बच्चे हाथों में डंडा लेकर एनएच 19 को आमी मोड़ के समीप जाम कर दिया एवं टायर जला कर आगजनी करते हुए नारेबाजी भी की. आक्रोशित बाढ़पीड़ित परिवारों का आरोप था कि अब तक राहत वितरण नहीं होने से पीड़ित परिवार के लोगों के मुश्किलें बढ़ी हैं, जबकि इस गांव के लोगों को राहत दिलाने में प्रशासन कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है. इससे थक-हार कर पीड़ित परिवारों को सड़क जाम करने को विवश होना पड़ा. इधर, जाम की सूचना मिलते ही दिघवारा बीडीओ चंद्रशेखर सिंह सीओ बलवंत कुमार समैयार, थानाध्यक्ष मनोज कुमार व अवतार नगर थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने जाम स्थल पर पहुंच कर जाम पर अड़े लोगों को मनाने का हर संभव प्रयास किया. इसके बाद भी आक्रोशित नहीं माने.
बाद में सोनपुर एसडीओ राहुल, दिघवारा प्रखंड प्रमुख रितेश कुमार सिंह व पंचायत प्रतिनिधियों की पहल पर दो घंटे बाद जाम को हटाया गया एवं दिन के 12.30 बजे वाहनों का परिचालन शुरू हो सका. जाम हटाने के क्रम में देर तक झड़प भी हुई, जिसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं हो सकी. उधर, इस संबंध में पूछे जाने पर सीओ बलवंत कुमार समैयार ने बताया कि पारिवारिक सर्वेक्षण सूची के अनुसार एपीएल एवं बीपीएल के अनुसार, बाढ़पीड़ित परिवारों की सूची बनायी जा रही है, जिसे अनुश्रवण समिति द्वारा अनुशंसित करवाया जायेगा एवं प्रशासन की उपस्थिति में राहत का वितरण किया जायेगा.