Advertisement
विभाग ने दी मंजूरी, एनओसी कॉलेजों में होगा नामांकन
छपरा (नगर) : जेपीविवि प्रशासन द्वारा एक साथ 53 एनओसी प्राप्त कॉलेजों में नामांकन पर लगायी गयी रोक के विरुद्ध छात्रों व एनओसी कॉलेजों के प्रतिनिधियों का संघर्ष रंग लाया. शिक्षा विभाग द्वारा छात्रहित को ध्यान में रखते हुए इन कॉलेजों को इसी सत्र में नामांकन लेने की दिशा में अपनी ओर से हरी झंडी […]
छपरा (नगर) : जेपीविवि प्रशासन द्वारा एक साथ 53 एनओसी प्राप्त कॉलेजों में नामांकन पर लगायी गयी रोक के विरुद्ध छात्रों व एनओसी कॉलेजों के प्रतिनिधियों का संघर्ष रंग लाया.
शिक्षा विभाग द्वारा छात्रहित को ध्यान में रखते हुए इन कॉलेजों को इसी सत्र में नामांकन लेने की दिशा में अपनी ओर से हरी झंडी दे दी गयी है. वहीं, इससे संबंधित फैक्स विवि को भेज दिया गया है. ऐसे में संभावना जतायी जा रही है कि इस सप्ताह के अंत तक विवि प्रशासन भी सभी 53 एनओसी कॉलेजों को इसी सत्र में स्नातक पार्ट वन में नामांकन के लिए अनुमति दे देगा.
मालूम हो कि जेपीविवि प्रशासन द्वारा स्नातक पार्ट वन में नामांकन शुरू होने के पूर्व ही विवि से एनओसी प्राप्त एक साथ 53 कॉलेजों में नामांकन पर रोक लगा दी गयी थी.
चांसलर से मिला था प्रतिनिधिमंडल : उधर, एनओसी कॉलेजों में बिना किसी अल्टीमेटम के एक साथ 53 कॉलेजों नामांकन पर रोक लगाये जाने से परेशान एनओसी कॉलेजों के सचिव व प्राचार्यो के प्रतिनिधिमंडल ने जदयू नेता शैलेंद्र प्रताप के नेतृत्व में चांसलर से मिल कर नामांकन की अनुमति के लिए अनुरोध किया था. वहीं, एनओसी कॉलेज के प्राचार्य व सचिव द्वारा शिक्षा मंत्री से भी छात्र हित में इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगायी गयी थी.
आंदोलनों का गढ़ बन गया था विवि : स्नातक पार्ट वन में नामांकन से वंचित छात्रों की नाराजगी से पिछले एक माह से जेपीविवि परिसर आंदोलनों का गढ़ बना हुआ था. शोध विद्यार्थी संगठन, छात्र समागम व छात्र राजद, एनएसयूआइ द्वारा संयुक्त रूप में छात्रों के नामांकन की मांग को लेकर लगभग 6 दिनों तक आमरण अनशन पर अपनी मांगों को पूरी मजबूती के साथ विवि प्रशासन पर अपनी मांगों को पूरी मजबूती के साथ विवि प्रशासन के समक्ष रखा था. वहीं, एसएफआइ ने भी सैकड़ों छात्रों के साथ मिल कर विवि परिसर में प्रदर्शन किया था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement