छपरा(नगर) : जेपी िववि के सीनेट हॉल में ‘कश्मीर समस्या एक विमर्श’ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित कर किया. पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि कश्मीर समस्या देश की अखंडता से जुड़ी है. कश्मीर बलिदान से नहीं बल्कि एक विधान से चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जिस एकात्म मानवतावाद के सिद्धांत से देश को एक सूत्र में पिरोने की बात कही थी, आज संपूर्ण राष्ट्र को उसी दिशा में चलने के लिए तैयार रहना चाहिए.
कश्मीर समस्या का समाधान वहां की विशेष परिस्थिति के आधार पर होना चाहिए. विशिष्ट अतिथि व आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक रामदत्त जी ने अपने संबोधन में कश्मीर की समस्या को एक विमर्श तक ही नहीं बल्कि कश्मीर में रहने वाले लोगों में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करने के लिए सार्थक प्रयास करने की बात कही. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व उजियारपुर के सांसद नित्यानंद राय ने कश्मीर में अलगाववादियों को जड़ से समाप्त करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि देश को एक कुशल नेतृत्व मिल गया है. कार्यक्रम में बीजेपी शिक्षा प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ सुधाकर सिंह ने भी विचार प्रस्तुत किये. इसके पूर्व जेपीयू के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने स्वागत भाषण में कहा कि दीनदयाल उपाध्यय ने आजीवन विचार तपस्या की और उसके संचार से देश को एकात्म मानवतावाद की एक नयी दिशा दिखाने का कार्य किया. राजेंद्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ रामश्रेष्ठ राय ने सभी आगत अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ व अंग वस्त्र देकर किया. एनएसएस की छात्राओं ने स्वागत गान से राज्यपाल का अभिवादन किया. आयोजन सचिव डॉ एनपी वर्मा, कार्यक्रम संयोजक डॉ विधान चंद्र भारती ने इस राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन में महती भूमिका निभायी. कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ सुधा बाला ने किया. संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र विवि के सीनेट सभागार में आयोजित किया गया. शेष सत्र राजेंद्र महाविद्यालय में आयोजित है. इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से डेलीगेट्स शामिल हुए. उद्घाटन सत्र में जेपीयू के प्रति कुलपति प्रो एके झा, भाजपाध्यक्ष रमेश प्रसाद, अशोक कुमार सिंह, जदयू के वरीय नेता शैलेंद्र प्रताप, एनएसएस कॉर्डिनेटर डॉ हरिश्चन्द्र, पीआरओ डॉ केदारनाथ समेत विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य, विवि के पदाधिकारी व छात्र-छात्राएं मौजूद थे. सुरक्षा व्यवस्था की कमान स्वयं जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद व पुलिस कप्तान हरकिशोर राय ने संभाल रखी थी.