समस्तीपुर : सरकारी उच्च विद्यालय में चल रहे नामांकन के क्रम में फर्जी टीसी देने का मामला प्रकाश में आया है. टीसी की जांच के क्रम में यह खुलासा एचएम ने किया है. मिली जानकारी के अनुसार, शहर के बालिका उच्च विद्यालय घोषलेन में नामांकन प्रक्रिया के दौरान टीसी दिया गया था. टीसी पर डीइओ ब्रजेश कुमार ओझा का हस्ताक्षर हू-ब-हू मिला,
लेकिन इस फर्जी टीसी को जारी करने के दौरान एक गलती ने मामले की पोल खोल कर रख दिया है. वहीं फर्जीवाड़ा में अब टीसी भी शामिल हो गया है. इधर, शक होने पर उक्त विद्यालय प्रशासन ने इसकी जानकारी डीइओ को दी. टीसी पर फर्जी हस्ताक्षर देख डीइओ स्तब्ध रह गये. डीइओ ने जब काफी बारीकी से जांच की, तो कार्यालय का मुहर फर्जी पाया गया. डीइओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच के बाद ही कुछ कह पाना संभव है. उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए गोपनीय ढंग से जांच शुरू कर दी है.
पूछताछ के क्रम में उन्होंने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही परत दर परत खुलासा किया जायेगा. टीसी पर लगी मोहर व हस्ताक्षर मेरे नहीं है. आखिर फर्जी हस्ताक्षर व मोहर का प्रयोग किसने किया? इस बाबत अब स्कूल के प्रधानाचार्य को नोटिस जारी करके जानकारी मांगने की तैयारी चल रही है.
इधर, मामला प्रकाश में आने के बाद से फर्जी टीसी को जारी करनेवाले विद्यालय पर पैनी नजर रखी जा रही है. सूत्रों की मानें, तो शिक्षा विभाग में फर्जी तरीके से टीसी बनाकर उनका दुरुपयोग करने का खेल अरसे से चल रहा है. इस खेल पर यदि सख्ती से जांच करायी जाये, तो कई विभागीय कर्मचारी आदि लपेटे में आ जायेंगे.