समस्तीपुर : महज चार दिनों के बाद ही एक बार फिर समस्तीपुरवासियों को शाम के 5.03 बजे भूकंप क ा झटका महसूस हुआ. लोग एक बार फिर दहशत में आ गये. घरों के साथ-साथ मार्केट में काम में लीन लोग सड़क पर आ गये. भूकंप के कारण सभी के चेहरे पर खौफ साफ-साफ दिख रहा था. मोबाइल का नेटवर्क मिलते ही लोग अपने परिजनों से संपर्क साध हाल समाचार लेने में जुट गये. 12 मई की दोपहर आये झटके के बाद शनिवार को यह झटका एक बार फिर सभी को डरा गया.हालांकि झटका मात्र 7 सेकेंड तक ही महसूस किया गया. लेकिन, बार बार आ रहे भूकंप के झटके से थर थर कांप रही धरती को देख सभी भयभीत हो चुके हैं.
रोसड़ा : भूकंप के झटकों को याद करते हुए चार दिन ही बीते थे कि शनिवार की संध्या को आये भूकंप की आहट ने सभी को डराके रख दिया है. सड़कों पर उतरे लोगों ने एक दूसरे के चेहरे को ताकते हुए भूचाल आने की जानकारी देते रहे. वारिसनगर : प्रखंड क्षेत्र में शनिवार की संध्या आये भूकंप के झटके ने लोगों की नींद उड़ा दी है. झटका महसूस होते ही लोग आनन फानन में घर से बाहर दौड़ पड़े. दलसिंहसराय : प्रखंड क्षेत्र में शनिवार की संध्या करीब 5 बजे भूकंप के झटका महसूस किया गया. इससे लोगों में एक बार फिर दहशत का माहौल व भय व्याप्त हो गया है.
रोजाना आते हैं दो से कम तीव्रता वाले
आपको जानकर हैरानी होगी कि 2.0 की तीव्रता से कम वाले भूकंपीय झटकों की संख्या रोजाना लगभग आठ हजार होती है, जो हमें महसूस ही नहीं होते हैं. समस्तीपुर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रो. पीके बोस का कहना है कि 9.0 से लेकर 9.9 तक के पैमाने का भूकंप हजारों किलोमीटर के क्षेत्र में तबाही मचा सकता है, जो 20 साल में लगभग एक बार आता है.