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आज से नयी दर पर होगी वसूली
कपरूरी बस पड़ाव टॉल टैक्स. वार्ता में सभी पक्षों ने जतायी सहमति स्थानीय कपरूरी बस पड़ाव से खुलने वाले वाहनों से वसूले जाने वाले टॉल टैक्स की रकम को लेकर करीब एक सप्ताह से जारी गतिरोध का सोमवार को पटाक्षेप हो गया. समस्तीपुर : अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार के कार्यालय कक्ष में करीब दो घंटे […]
कपरूरी बस पड़ाव टॉल टैक्स. वार्ता में सभी पक्षों ने जतायी सहमति
स्थानीय कपरूरी बस पड़ाव से खुलने वाले वाहनों से वसूले जाने वाले टॉल टैक्स की रकम को लेकर करीब एक सप्ताह से जारी गतिरोध का सोमवार को पटाक्षेप हो गया.
समस्तीपुर : अनुमंडल पदाधिकारी सुधीर कुमार के कार्यालय कक्ष में करीब दो घंटे तक चली गहन वार्ता के दौरान सभी पक्षों ने अपनी बात पटल पर रखी. जिस पर चर्चा के बाद सभी पक्षों की सहमति से पुराने दर की जगह संशोधित टॉल टैक्स वसूल करने पर सहमति बनी. इसके साथ ही वर्ष 2015-16 के लिए इस बस पड़ाव के टॉल वसूली के लिए कुछ ही दिनों पूर्व हुए टेंडर को नगर परिषद प्रशासन ने रद्द करने की घोषणा कर दी.
अब चालू वित्तीय वर्ष में टॉल वसूली का कार्य फिर से नगर परिषद ने अपने जिम्मे रख लिया है. मंगलवार से नगर परिषद प्रशासन द्वारा संशोधित दर के अनुरूप वाहनों से टाल की वसूली की जायेगी. इसके बाद जिला मोटर व्यवसायी संघ व बिहार स्टेट ऑटो रिक्शा चालक संघ की अगुवाई में गत एक अप्रैल से शुरू हुआ आंदोलन भी वापस लेने की घोषणा कर दी गयी है.
वार्ता के दौरान मौजूद बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह, मुजफ्फरपुर के प्रतिनिधि कामेमश्वर महतो, जिला मोटर व्यवसायी संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, सचिव संजीव कुमार सुमन, बिहार स्टेट ऑटो रिक्शा चालक संघ के महामंत्री एसएमए इमाम, अध्यक्ष लल्लू पांडेय, मोहन अग्रवाल, मनोज सिंह, मकसूद आलम अंसारी, अरुण राय, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी शशिभूषण प्रसाद, उपाध्यक्ष सुजय कुमार के अलावा सशक्त स्थायी समिति के सभी सदस्य ने वार्ता पटल पर अपना पक्ष रखते हुए नगर परिषद की ओर से चालू वित्तीय वर्ष के लिए पूर्व मेंतय किये गये टॉल वसूली को असंवैधानिक माना.
साथ ही उसे वापस लेने की घोषणा एसडीओ के समक्ष ही की गयी. एसडीओ ने भी इसे सही ठहराते हुए तत्काल संशोधित दर पर वसूल शुरू करते हुए उसे कानूनी रुप देने के लिए नगर परिषद को वार्ता के दौरान लिये गये प्रस्ताव को जिलाधिकारी के पास भेजने को कहा ताकि उसकी स्वीकृति के लिए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार दरभंगा को भेजा जा सके.
प्राधिकार की बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद इसे विधिवत गजट प्रकाशित करने के बाद धरातल पर उतारा जायेगा. इसके बाद ही नयी निविदा की प्रक्रिया भी की जायेगी. इस अवधि में प्राधिकार क ी स्वीकृति मिलने की प्रत्याशा में संशोधित दर पर वाहनों से टॉल वसूली की स्वीकृति नगर परिषद प्रशासन को दे दी गयी.
सर्वाधिक वृद्धि ऑटो पर
संशोधित दर निर्धारित करने के दौरान सीमावर्ती जिलों में वाहनों से वसूले जाने वाले पर निगाहें डाली गयी. इस क्रम में बेगूसराय में वाहनों से वसूल की जाने वाली रकम पर सभी पक्षों ने सहमति जतायी. जानकार बताते हैं कि स्थानीय बस पड़ाव से जो संशोधित दर मंगलवार से वसूल करने का फैसला हुआ है वह करीब करीब बेगूसराय से मिलता जुलता है. बता दें कि टॉल संशोधन के दौरान जो वृद्धि की गयी है वह पुराने दर की अपेक्षा सौ प्रतिशत अधिक हैं. इसमें सर्वाधिक मार ऑटो पर पड़ी है. पहले जहां ऑटो से 2 रुपये प्रति खेप टॉल वसूली जाती थी. वहीं उसमें डेढ़ सौ प्रतिशत की वृद्धि कर पांच रुपये की वसूली पर सहमति बनी है. वैसे यह संशोधित दर कपरूरी बस पड़ाव में ही लागू होगा. जिले के अन्य बस पड़ावों में यह दर प्रभावी नहीं होगा.
ऑटो संघ ने जताया था विरोध
दर संशोधन के दौरान बिहार स्टेट ऑटो रिक्शा चालक संघ के प्रतिनिधियों ने वार्ता के दौरान 2 से 5 रुपये टाल किये जाने पर अपना विरोध जताया. परंतु उनकी नहीं सुनी गयी. सूत्र बताते हैं कि प्रतिनिधियों ने पुरजोर तरीके से स्टैंड तक आने वाले ऑटो से दिन भर के लिए एक ही बार 15 रुपये की टॉल वसूली किये जाने का प्रस्ताव पटल पर रखा. लेकिन नगर परिषद और अनुमंडल पदाधिकारी ने घाटे की दुहाई देकर इस मांग को इस वार्ता में स्वीकृत नहीं करने का अनुरोध किया. नियमों और नगर परिषद की माली हालत का हवाला देकर सभी पक्षों को इसके लिए मना लिया गया. इसके कारण ऑटो संघ का विरोध नतीजे तक नहीं पहुंच सका जिसका चालकों को एक बार फिर मलाल रहेगा.
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