सरायरंजन : कोर्ट के आदेश के बाद नरघोघी मठ से लूटी गई 14 मूर्तियां की बरामदगी के बाद अनुमंडल धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष सह अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार मंडल ने शुक्रवार को थाना परिसर में मठ प्रबंधन समिति को कानूनी प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद मूर्तियां सुपुर्द कर दिया.
एसडीओ ने महंत शिवराम दास, रामानंद झा, मठ प्रबंधन के सदस्य शिवनाथ झा एवं पंडित अभिराम दास, बैद्यनाथ झा, वेदनाथ ठाकुर सहित सैकड़ों मौजूद आस्थावानों के बीच मूर्तियों को सुपुर्द करते हुए आशा जतायी कि नरघोघी मठ की रौनक फिर से लौट आयेगी.
मठ प्रबंधन समिति को मूर्ति स्थानांतरण के दौरान थाना परिसर में बीडीओ गंगसागर सिंह, सीओ विजय कुमार तिवारी, थानाध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी व बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. बताते चलें कि 11 अप्रैल 2018 की रात हथियारबंद अपराधियों ने होमगार्ड के तीन जवानों को अपने कब्जे में लेकर मठ से 14 देवी-देवताओं की बेशकीमती मूर्तियां को लूट लिया था. लूटी गयी मूर्तियों में भगवान श्रीराम जानकी, लक्ष्मण आदि की मूर्तियां शामिल थी.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन मूर्तियों की कीमत 50 करोड़ से अधिक आकी गई थी. लूट की घटना की प्राथमिकी 12 अप्रैल 2018 को कांड संख्या 39/18 के तहत सरायरंजन थाने में दर्ज की गई थी. घटना के 5 दिनों के अंदर पुलिस की तत्परता से सभी मूर्तियों को पूर्णिया व कटिहार के बोर्डर से बरामद कर लिया गया था. मूर्तियों को बरामद करने में तत्कालीन सरायरंजन थानाध्यक्ष अमित कुमार एवं नगर थानाध्यक्ष एचएन सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी.
मूर्तियों की बरामदगी के पश्चात न्यायालय के आदेश पर उन्हें सरायरंजन थाने में रखा गया था. शुक्रवार को न्यायालय के आदेश पर मूर्तियों को मठ प्रबंधन समिति को सौंपा गया. मठ के वर्तमान महंत शिवराम दास ने बताया कि तत्काल सभी मूर्तियों को मठ में सुरक्षित रखा गया है. शुभ मुहूर्त देखकर पूरे विधि-विधान के साथ मूर्तियों को स्थापित किया जायेगा. सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्री मंडल ने बताया कि मूर्तियों की सुरक्षा के लिए जिलाधिकारी से अतिरिक्त सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति की मांग की गई है.