समस्तीपुरः मिशन गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने प्रारंभिक स्कूल के शिक्षकों को दो माह का विशेष टास्क दिया है़ इसके तहत तीन सत्र में स्कूल संचालन का निर्देश दिया गया है़ 15 से 30 मई तक बच्चों की दक्षता मूल्यांकन के लिए तीन संस्था को जिम्मेदारी दी गयी है़ प्रधान सचिव के निर्देश के आलोक में अप्रैल व मई माह में विद्यालय का संचालन तीन सत्र में होगा़ प्रथम सत्र 10 से 11:30 बजे तक, द्वितीय सत्र 11:30 से 1:00 बजे तथा तृतीय सत्र 2 से 4 बजे तक संचालित होगा़ मध्याह्न् भोजन का समय 1 से 2 बजे के बीच निर्धारित की गयी है़
किस सत्र में कौन सी पढ़ाई
कक्षा 1 व 2 के लिए पहले सत्र में छात्र दैनिक जीवन पर आधारित घटना को सुनायेंग़े जिसके आधार पर 3 से 5 शब्द बोर्ड पर लिख उंगली रखवा कर पढ़ाया जायेगा़ इस दौरान कविता, गीत व कहानी सुनाया जायेगा़ शब्द कार्ड व अक्षर पहचान का प्रयोग किया जायेगा़ दूसरे सत्र में संख्या पहचान , संख्या चार्ट , गणितीय क्रिया, आति व मापन गतिविधि से बच्चों को पढ़ाया जायेगा़ तीसरे सत्र में अप्रैल में शिक्षक द्वारा पाठय़ पुस्तक का वाचन तथा मई में बच्चों द्वारा पुस्तक का वाचन किया जायेगा़.
इसी प्रकार कक्षा 3, 4 व 5 के बच्चों को पहले सत्र में गपशप व कहानी वाचन, 12 खड़ी के साथ गतिविधियां, शब्दों का खेल व स्वयं लिखने का अभ्यास कराया जायेगा़ . दूसरे सत्र में संख्या पहचान का खेल, संख्या चार्ट का प्रयोग, पहाड़ा वाचन कराया जायेगा़ तीसरे सत्र में पाठय़ पुस्तक का वाचन कराया जायेगा़ कक्षा 6, 7 व 8 के बच्चों को भाषा के तहत दक्षता की कमियों को चिह्न्ति किया जायेगा़ . दूसरे सत्र में गणित में बच्चों के दक्षता की कमियों को चिह्न्ति कर उसका निराकरण किया जायेगा़ तीसरे सत्र में पाठय़ पुस्तक का वाचन कराया जायेगा़.
जोर से पढ़ने से बढ़ता है आत्मविश्वास
एपीओ नूतन सिंह ने कहा कि प्रतिदिन 2 घंटा बच्चों को जोर से सही उच्चारण के साथ पढ़ने का अभ्यास कराया जायेगा़ जोर से पढ़ने से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और भाषा लिखने की गति बेहतर होती है़ इसके लिए विद्यालय के पुस्तकालय में उपलब्ध किताबें, समाचार पत्र का उपयोग करने का सुझाव दिया है़.
मई में होगा मूल्यांकन
मिशन गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत बच्चों के मूल्यांकन के लिए 15 से 30 मई तक अभियान चलाया जायेगा़ इसके तहत स्कूल बार प्रथम संस्था, एजुकेशन डेवलपमेंट व यूनिसेफ को आंतरिक मूल्यांकन का दायित्व दिया गया है़.
प्रधान सचिव ने मिशन गुणवत्ता कार्यक्रम का गहन अनुश्रवण करने के लिए प्रखंड व संकुल संसाधन केंद्र के समन्वयक, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, शिक्षक प्रशिक्षण संस्था के प्रशिक्षक व संकाय सदस्यों को निर्देश दिया है़.