सोनवर्षाराज : कंपकंपाती व कड़ाके की ठंड में निःसहाय, गरीब व सार्वजनिक स्थानों पर समय गुजारने वाले आम लोगों की सहायता के लिए अलाव जलाने को लेकर दस हज़ार की राशि व पंद्रह कंबल जिला द्वारा अंचल व प्रखंड कार्यालय को आवंटित किया गया है. 21 पंचायतों वाले इस प्रखंड में अलाव के लिए आवंटित उक्त मामूली रकम व नि:सहायों, कुष्ठ रोगियों के लिए आवंटित 15 कंबलों से कितने लोगों लाभान्वित हो सकेंगे, इसको लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं. बाजार भाव 6 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से जोड़ा जाय तो दस हजार की आवंटित राशि से बमुश्किल 15-16 क्विंटल जलावन का अलाव कितने जगहों पर जलाया जा सकेगा.
सबसे बड़ी समस्या तो कंबल के वितरण की है. बीडीओ साहब भी परेशान हैं कि आवंटित 15 कंबलों का वितरण कैसे करें. अगर प्रत्येक पंचायत में पांच की संख्या में नि:सहाय व कुष्ठ रोगी होंगे, तो 21पंचायतों के लिए कम से कम 105 कंबल चाहिए. यही स्थिति अलाव के लिए आवंटित राशि की है. अंचल क्षेत्र के एक पीएचसी, पांच अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र व 14 उपस्वास्थ केंद्रों पर ही अलाव की व्यवस्था की जाय तो 16 क्विंटल जलावन ऊंट के मुंह में जीरे का फोरन जैसी कहावत को चरितार्थ करेगा.